तीन तलाक बिल के खिलाफ इस तरह माहौल बना रहा मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
फेसबुक और ट्विटर के माध्यम से मुस्लिम महिलाओं को जागरूक करने का आह्वान किया।
कानपुर, जेएनएन। तीन तलाक बिल के खिलाफ आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सोशल साइट के माध्यम से माहौल बनाने में जुट गया है। जनसमर्थन जुटाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है, जिसमें आह्वïान किया है कि बोर्ड की ओर से ट्विटर, फेसबुक आदि सोशल साइट्स के माध्यम से तीन तलाक के विरुद्ध मुस्लिम महिलाओं को जागरूक करें और लोगों को एकजुट करें।
चलाया गया हस्ताक्षर अभियान
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि तीन तलाक बिल के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा चुका है। इसमें प्रत्येक मसलक के पौने तीन करोड़ मुस्लिम महिलाओं ने विरोध जताया और अस्सी लाख से अधिक लोगों ने देश के विभिन्न प्रांतों में निकाले गए विरोध जुलूस में शिरकत कर इस बिल का विरोध जता चुके हैं।
बेनकाब करनी है सरकार की साजिश
लोकसभा चुनाव से पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार की साजिश को बेनकाब करना है। तीन तलाक बिल के नाम पर सरकार घर में ही विवाद कराना चाहती है। यह भी बताया जा रहा है कि तीन तलाक बिल मुस्लिम समाज के लिए किस तरह हितकर नहीं है। लोगों को वाट्सएप, फेसबुक आदि सोशल साइट्स के माध्यम से जागरूक करने व मोबाइल नंबर, नाम पता एकत्र करने का अभियान चलाया जाए।
बोर्ड की ओर से सोशल साइट पर बताया जा रहा है कि तीन तलाक बिल के अनुसार न तो पुरुष को तलाक देने का अधिकार होगा न ही महिला को। अपने शौहर से खुला (तलाक लेने का अधिकार) लेने का अधिकार होगा। तलाक शब्द कहने मात्र से तीन साल के लिए जेल जाना होगा और उसकी पत्नी को घर चलाने के लिए बेसहारा छोड़ दिया जाएगा। बोर्ड द्वारा कहा गया है कि इसे फिर लाया गया है, जिसका बोर्ड विरोध कर रहा है।