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फर्रुखाबाद में रहस्य बनी हिस्ट्रशीटर की मौत, पेड़ से फंदे पर लटकता मिला था शव, जानिए- क्या कहती है पुलिस

गांव ढुडियापुर निवासी हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव पर नवाबगंज व मोहम्मदाबाद थाने में संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस से बचने के लिए वह कई वर्ष से कोतवाली मोहम्मदाबाद के गांव नगला दलजीत सिंह स्थित ननिहाल में मां चंद्रावती के साथ रह रहा था।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 07:47 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 07:47 PM (IST)
फर्रुखाबाद में रहस्य बनी हिस्ट्रशीटर की मौत, पेड़ से फंदे पर लटकता मिला था शव, जानिए- क्या कहती है पुलिस
फंदे से लटकते मिले शव से संबंधित खबर की प्रतीकात्मक फोटो।

 फर्रुखाबाद, जेएनएन। नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव ढुडियापुर में रविवार सुबह हिस्ट्रीशीटर का शव खेत में पेड़ से फंदे पर लटका मिलने से सनसनी मच गई। कुछ दूरी पर उसकी शर्ट और चप्पलें मिलीं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की।

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गांव ढुडियापुर निवासी हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव पर नवाबगंज व मोहम्मदाबाद थाने में संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस से बचने के लिए वह कई वर्ष से कोतवाली मोहम्मदाबाद के गांव नगला दलजीत सिंह स्थित ननिहाल में मां चंद्रावती के साथ रह रहा था। पड़ोस के गांव ढुडियापुर में सुबह खेत की ओर गए लोगों ने उसके चाचा सुरेंद्र सिंह यादव के बाग में खड़े आम के पेड़ पर राजेश का शव अंगौछे से लटका देखा। लगभग 100 मीटर की दूरी पर खेत के किनारे लेटने के लिए दरी बिछी मिली। दरी पर ही एक चादर व राजेश की शर्ट रखी थी और पास में चप्पलें रखी थीं। कुछ ही देर में भीड़ जुट गई। राजेश के चचेरे भाई सिंकू यादव ने यूपी 112 पुलिस व राजेश की मां चंद्रावती को सूचना दी। पुलिस कर्मियों ने पहुंच कर शव को नीचे उतार लिया। कार्यवाहक थाना प्रभारी देवी प्रसाद गौतम ने मां चंद्रावती सहित अन्य स्वजन से जानकारी ली। बताया कि राजेश यादव हिस्ट्रीशीटर था। प्रथमदृष्टया खुदकुशी का मामला सामने आ रहा है। 

हत्या, दुष्कर्म, व लूट सहित 16 मुकदमे दर्ज: हिस्ट्रीशीटर राजेश यादव पर थाना नवाबगंज में वर्ष 2005 में जानलेवा हमला व अपहरण, वर्ष 2006 में पुलिस मुठभेड़ व आम्र्स एक्ट, वर्ष 2009 में पुलिस मुठभेड़, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट व चोरी, वर्ष 2012 में हत्या व वर्ष 2013 में गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट आदि संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। कोतवाली मोहम्मदाबाद में वर्ष 2004 में दुष्कर्म, वर्ष 2005 में अपहरण कर हत्या करने व शव को गायब करने, वर्ष 2006 में लूट और वर्ष 2013 में आर्म्स एक्ट सहित संगीन धाराओं में कुल 16 मुकदमे पंजीकृत हैं।


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