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सीएसजेएमयू के छात्रों को योग में पारंगत करेगा मोक्षायतन, दोनों संस्थानों के बीच हुआ करार

कानपुर के सीएसजेएमयू और सहारनपुर के योग संस्थान के बीच छात्रों को योग के बारे में जागरुक करने के लिए करार हुआ हैैं। मोक्षायतन योग संस्थान यूनीवर्सिटी के छात्रों को देश-समाज के लिए उपयोगी बनने का प्रशिक्षण भी देगा।

By Abhishek VermaEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 01:24 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 01:24 PM (IST)
सीएसजेएमयू के छात्रों को योग में पारंगत करेगा मोक्षायतन, दोनों संस्थानों के बीच हुआ करार
सीएसजेएमयू और मोक्षायतन योग संस्थान के बीच करार हुआ है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। सहारनपुर का मोक्षायतन योग संस्थान अब छत्रपति शाहू जी महाराज के विद्यार्थियों को योग में पारंगत करेगा। विद्यार्थियों को एक योगी की तरह जीवन के मूल्यों को समझाकर भविष्य संवारने और देश-समाज के लिए उपयोगी बनने का प्रशिक्षण भी देगा। कानपुर में शुक्रवार को सीएसजेएमयू सभागार में योग महोत्सव में मोक्षायतन के संस्थापक अध्यक्ष पद्मश्री स्वामी भारत भूषण और कुलपति के बीच यह करार (एमओयू) हुआ। स्वामी ने विद्यार्थियों को योग के मूलमंत्र सिखाए और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में हुई प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया।

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स्कूल आफ हेल्थ साइंसेज की ओर से आयोजित कार्यक्रम में स्वामी भारत भूषण ने विद्यार्थियों से कहा कि आप योगी, निरोगी, उपयोगी, सहयोगी और प्रयोगी बनें। योग में हर बीमारी व समस्या का समाधान है। आज का युवा क्षमता से ज्यादा पाने के सपने देखता है और न मिलने पर अवसाद में चला जाता है। योग से इसे दूर करा जा  सकता हैं। हर व्यक्ति को रोजाना योग के लिए कुछ समय जरुर निकालना चाहिए। योग से जो ऊर्जा विकसित होगी, उससे विद्यार्थियों का मन आम छात्रों की अपेक्षा कार्यों में ज्यादा लगेगा। उन्होंने कहा कि योगी  क्रियाओं के लिए वक्त तय होते हैं, लेकिन योग में ध्यान व आचरण के लिए कोई वक्त तय नहीं होता। लोग जब चाहें ध्यान कर सकते हैं और अपने अंदर स्फूर्ति ला सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्रीकृष्ण सबसे बड़े योगी थे। उन्होंने योग से अर्जुन की चिंताओं को दूर किया और उन्हें युद्ध के लिए तैयार किया था। स्वामी भारत भूषण ने सभागार में सभी लोगों को प्राणायाम व श्वसन संबंधी योगासन भी कराया।

इसके साथ ही एसएन सेन कालेज की छात्रा भूमि और पत्रकारिता विभाग के छात्र मितुल ने उनसे प्रश्न भी पूछे जिसके स्वामी भारत भूषण ने उत्तर  दिए। उन्होनें कहा कि योग को आचरण में लाएं और शरीर को स्वस्थ रखें। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि विद्यार्थियों को तन, मन से सशक्त बनाने का योग एकमात्र माध्यम है। नए सत्र से छात्रों के लिए योगाभ्यास शामिल किया जाएगा औ्र योग पर शोधकार्य भी होंगे। विशिष्ट अतिथि आयुर्वेदाचार्य डा. वंदना पाठक ने भी योग के बारे में छात्राओं को जानकारी दी। इस समारोह में कुलसचिव डा. अनिल यादव, प्रो. सुधीर अवस्थी, डा. राम किशोर, प्रो. संजय स्वर्णकार, प्रो. सुधांशु पांड्या, डा. दिग्विजिय शर्मा आदि रहे।

आयोजित कार्यक्रम में 108 सूर्य नमस्कार करने वाले 46, योगासन खेल प्रतियोगिता के 74 प्रतिभागियों और मासिक योग सत्र के 95 प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र व ट्राफी दे कर हौसला बढ़ाया गया। डा. दिग्विजय शर्मा ने बताया कि योगासन प्रतियोगिता में 13 महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। जिसमें एसएन सेन कालेज की भूमि, शारीरिक शिक्षा विभाग की शुभी, योगेश, विनोद, रवि, तेजस्वी, हेल्थ साइंसेज से काजल और कंचन ने प्रथम स्थान हासिल किया।


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