यूपी में लखनऊ और आगरा से ज्यादा कानपुर में होंगे मेट्रो ट्रेन और कोच, यात्रियों को मिलेगी राहत
कानपुर में आइआइटी से बड़ा चौराहा तक मेट्रो ट्रैक निर्माण का प्रथम चरण लगभग पूरा होने वाला है। मोतीझील से अंडरग्राउंट टनल से मेट्रो ट्रेन के लिए ट्रैक बनाने के लिए काम शुरू हो चुका है। अब मेट्रो ट्रेन और स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं की तैयारी की जा रही है।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर के लोगों के लिए मेट्रो को लेकर एक और खुशी की बात है। कानपुर में यूं तो लखनऊ के बाद मेट्रो का काम शुरू हुआ सूबे में सबसे ज्यादा मेट्रो ट्रेन और कोच कानपुर के पास ही होंगे। इनकी संख्या लखनऊ और आगरा से भी ज्यादा होगी। लखनऊ में मेट्रो चल रही है और अब कानपुर के साथ आगरा में भी मेट्रो का कार्य शुरू हो गया है। इसके अलावा गोरखपुर और वाराणसी में भी आने वाले समय में मेट्रो चलाई जाएंगी लेकिन सूबे में इन सभी शहरों से ज्यादा मेट्रो ट्रेन और कोच का ऑर्डर कानपुर के लिए किया गया है। कानपुर की मेट्रो के लिए दो दिन पहले ही गुजरात में कोच बनने भी लगे हैं।
लखनऊ में चार-चार कोच की 21 मेट्रो ट्रेनें चल रही हैं। इस तरह लखनऊ में कुल 84 कोच यात्रियों को लाने ले जाने के लिए लगाए गए हैं। वहीं कानपुर में तीन-तीन कोच की 39 मेट्रो ट्रेन चलाई जाएंगी। इनके लिए 117 कोच बनाए जा रहे हैं। इसमें से 29 ट्रेनें आइआइटी से नौबस्ता तक के पहले कारीडोर में चलाई जाएंगी वहीं 10 मेट्रो ट्रेन सीएसए से बर्रा आठ तक के दूसरे कारीडोर में चलेंगी।
आगरा में भी मेट्रो का कार्य शुरू हो चुका है और वहां 28 ट्रेनें दो कारीडोर में चलाई जाएंगी। ये मेट्रो ट्रेन भी तीन-तीन कोच की होंगी। इनके लिए वहां 84 बोगी का आर्डर दिया गया है। लखनऊ में अभी एक ही कारीडोर पर संचालन हो रहा है और वहां दूसरा कारीडोर नहीं है लेकिन इसके बाद भी कानपुर में पहले कारीडोर में 87 कोच इस्तेमाल हो रहे हैं। इस तरह भी वहां एक कारीडोर के नजरिए से कानपुर लखनऊ से आगे है। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक आइआइटी से मोतीझील के बीच मेट्रो को चलाने के लिए मेट्रो सितंबर से आना शुरू हो जाएंगी।