हड़ताल की हवा में बंदर ने उड़ाई मंडलायुक्त और डीएम कार्यालय की बिजली Kanpur News
पॉवर कारपोरेशन में भविष्य निधि घोटाले को लेकर बिजली कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। पॉवर कारपोरेशन में पीएफ घोटाले को लेकर बिजली कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर हैं, इस बीच सोमवार की सुबह बंदर ने मंडलायुक्त और डीएम कार्यालय की बिजली गुल कर दी। दोपहर तक बिजली आपूर्ति न होने पर अफसरों का पारा चढ़ा तो आनन फानन फीडर की मरम्मत की गई। दोपहर बाद बिजली बहाल हो सकी, वहीं दूसरी ओर बिजली कर्मियों ने हड़ताल जारी रखते हुए शहर के कार्यालयों में ताला बंद करा दिया।
प्रदेश में पावर कारपोरेशन में भविष्य निधि घोटाला होने से बिजली कर्मचारियों में आक्रोश है। सोमवार से कर्मियों ने 48 घंटे की हड़ताल शुरू करते हुए सभी कार्यालय में ताले बंद करा दिए थे। बिजली कर्मियों के हड़ताल पर जाने के बाद शहर की बिजली व्यवस्था भगवान भरोसे ही चल रही है। मंगलवार को शहर उच्च पदस्थ अफसरों को ही अव्यवस्था से दो चार होना पड़ गया। मंडलायुक्त और डीएम कार्यालय के लिए केस्को ने डीएम फीडर बना रखा है। मंगलवार की सुबह सात बजे फीडर के पावर ट्रांसफार्मर पर बंदर ने छलांग लगा दी।
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर बंदर की तो मौत हो गई लेकिन फीडर ब्रेकडाउन होने से मंडलायुक्त और डीएम कार्यालय की आपूर्ति बंद हो गई। दफ्तरों में सुबह दस बजे तक कोई हलचल न होने से समस्या पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। दस बजे के बाद जब काफी देर तक बिजली नहीं आई तो अफसरों का पारा चढ़ गया। इसके बाद कर्मचारी हरकत में आए और फीडर की मरम्मत के बाद दोपहर करीब एक बजे बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी।
वहीं दूसरी ओर आंदोलन कर रहे बिजली कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी कार्यालयों में कामकाज नहीं किया। केस्को कार्यालय दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता कार्यालय और पंती ट्रांसमिशन सबस्टेशन के कार्यालय बंद रहे। कर्मचारी के आंदोलन को देखते हुए माना जा रहा है कि कार्य बहिष्कार अभी लंबा खिंच सकता है।