विधायक इरफान बोले, सपा में हैं आस्तीन के सांप
जागरण संवाददाता, कानपुर : सपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नवनिर्वाचित एमएलसी नरेश उत्तम के सम्मान समारोह में
जागरण संवाददाता, कानपुर : सपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नवनिर्वाचित एमएलसी नरेश उत्तम के सम्मान समारोह में कार्यकर्ताओं के जोश के साथ शिकवा-शिकायत और नसीहतें भी भरपूर थीं। प्रदेश अध्यक्ष संगठन के जोश और भीड़ देख गदगद थे तो विधायक इरफान सोलंकी के कड़वे अनुभव जुबां पर आ गए। मंच से ही बोले कि सपा में आस्तीन के सांप भी हैं।
तीसरी बार एमएलसी बनने के बाद प्रथम नगर आगमन पर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम का सम्मान समारोह शुक्रवार को मर्चेट चैंबर हॉल में आयोजित किया गया। विधायक इरफान सोलंकी ने माइक संभाला तो बोले कि बहुत से लोग दूसरों के सिर पर पैर रखकर आगे बढ़ना चाहते हैं। आस्तीन के सांप हर जगह होते हैं, सपा में भी हैं। उन्होंने बार-बार जोर देकर कहा कि ऐसे लोग मंच पर भी हैं, जिन्होंने मेरी आवाज मोबाइल में रिकॉर्ड कर दूसरों को सुनाई। ऐसे गद्दारों से सचेत रहना है। वह संभल जाएं, क्योंकि ऊपर वाला सब देखता है। विधायक अमिताभ बाजपेयी और महानगर अध्यक्ष अब्दुल मुईन खां ने भाजपा सरकार पर हमलावर होते हुए लोकसभा चुनाव में सपा की जीत का जोश बुलंद किया। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने भाषण में कार्यकर्ताओं को सीख और नसीहत दी। बोले कि 1980 में मुलायम सिंह यादव का झंडा लेकर कानपुर से निकला था। मुझे फतेहपुर से माता-पिता ने पढ़ने भेजा, ताकि अफसर बनूं। मगर, आर्थिक-सामाजिक असमानता देख राजनीति से जुड़ना पड़ा। उस दौर में नेताजी मुलायम सिंह ने युवाओं को राजनीति की शिक्षा-दीक्षा दी। उन्होंने कहा कि सपा खराब न हो, इसीलिए उन्होंने अखिलेश यादव को अपना झंडा सौंपा। कहा कि कानपुर में लोकसभा सीट जीतना हमारा लक्ष्य है। यह तभी संभव है, जब कार्यकर्ता अनुशासित रहें। मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए बोले कि योगी समाजवाद को धोखा कहते हैं, जबकि संविधान की अवधारणा में समाजवाद है। देश में लोकतंत्र है तो समाजवाद भी है। संचालन महानगर महासचिव वरुण मिश्रा ने किया। पूर्व मंत्री जयदेव सिंह यादव, प्रदेश सचिव कुतुबुद्दीन मंसूरी, नगर ग्रामीण जिलाध्यक्ष राघवेंद्र यादव, रियाजुद्दीन सिद्दीकी, चंद्रेश सिंह, योगेश कुशवाहा, आशू खान, बंटी यादव आदि थे।
नाम नहीं लिया तो टोका
संबोधन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम मौजूद कार्यकर्ताओं का नाम ले रहे थे। तभी सामने बैठीं आशा गफ्फार ने टोक कर अपना नाम लेने के लिए कहा। इस पर वह नाराज हो गए और कहा कि अनुशासन में रहना चाहिए। इस तरह वक्ता को टोका नहीं जाता।
समारोह में पीएम और सीएम पर अमर्यादित टिप्पणी
सम्मान समारोह में महिला नेत्री आशा गफ्फार शब्दों की मर्यादा ही भूल गई। मंच से उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अमर्यादित टिप्पणी की। वहीं, बातों-बातों में नीलम रोमिला सिंह भी पुरुष कार्यकर्ताओं पर अनुशासनहीन होने का आरोप लगा गई।