फतेहपुर में कचहरी से निकले पर घर नहीं पहुंचे अधिवक्ता, सुबह जंगल में मिली लाश
फतेहपुर में खागा कोतवाली क्षेत्र में अधिवक्ता का शव मिलने से सनसनी फैल गई रात तक पिता के घर नहीं पहुंचने से स्वजन तलाश कर रहे थे। सुबह उनकी मौत की सूचना से घर में मातम छा गया।
कानपुर, जेएनएन। सीमावर्ती पड़ोसी जनपद फतेहपुर की खागा कोतवाली क्षेत्र में बीती शाम कचहरी से निकले अधिवक्ता घर नहीं पहुंचे और सुबह उनकी लाश जंगल में पड़ी मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू की है। अभी तक उनकी मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, हालांकि हत्या की भी आशंका जताई जा रही है लेकिन किसी से रंजिश की बात सामने नहीं आई है।
किशुनपुर थानांतर्गत अमनी गांव निवासी 52 वर्षीय श्यामलाल पासवान खागा तहसील में वकालत करते थे। शनिवार सुबह वह कचहरी गए थे और दिनभर कामकाज निपटाने के बाद शाम को लौट रहे थे लेकिन देर रात तक घर नहीं पहुंचे। रात भर स्वजन उनकी तलाश करते रहे, सुबह राहगीरों को अधिवक्ता का शव औलिया बाबा मजार के पीछे पड़ा मिला तो सनसनी फैल गई।
सूचना मिलने पर कोतवाली प्रभारी आरके सिंह फोर्स लेकर मौके पर आ गए। शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की लेकिन मौत वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। पुत्र राजेंद्र व वीरेंद्र ने किसी से रंजिश न होने की बात कही है। उन्होंने बताया कि पिता रोजाना ही कचहरी का कामकाज निपटाकर देर शाम तक घर आ जाते थे। पुलिस की जांच में शरीर में किसी प्रकार की चोट का निशान नहीं है। कोतवाली प्रभारी का कहना था पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट हो जाएगी।