Mishap in Fatehpur: फतेहपुर में बारिश का कहर, 80 परिवार हुए बेघर, नानी-नातिन समेत छह की मौत
तेज हवा के साथ फतेहपुर में हुई बारिश ने लोगों के जनजीवन को बुरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश के कारण एक के बाद एक जिले में छह लोगों की मौत हो गई। बताया गया कि सभी मृत्यु घरों के गिरने के कारण से हुई है।
फतेहपुर, जेएनएन। गरज-चमक के साथ हुई बारिश से करीब 80 कच्चे घर और दीवार ढहकर गिर गईं। घरगिरी में नानी-नातिन समेत छह लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई और नौ लोग घायल हो गए। वहीं, राजस्व कर्मियों ने मौके पर पहुंच जायजा लिया और स्वजन को सहायता राशि दिलाने की बात कही।
कोठरी ढहने से नानी-नातिन की दबकर गई जान : खागा कोतवाली क्षेत्र के असदुल्लानगर सिठयानी गांव में शुक्रवार भोर पहर तेज बरसात के दौरान स्व. रामपाल कोरी का कच्चा मकान ढह गया। कोठरी के नीचे लेटी 55 वर्षीय चंद्रकली और नातिन पांच वर्षीय शानवी पुत्री स्व. महेश कुमार निवासी सौरई थाना सैनी जिला कौशांबी मलबे में दब गईं। वहीं, डाक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दिवंगत शानवी रक्षाबंधन पर्व में नानी के यहां आई थी।
मलबे में वृद्ध दबा, हुई मौत : खागा कोतवाली क्षेत्र के टेसाही खुर्द गांव में भोर पहर कच्ची दीवार गिरने से उसके मलबे में दबकर 70 वर्षीय रामचरन गंभीर घायल हो गए। पुत्र अखिलेश कुमार पुत्र रामचरन ने बताया कि घायल अवस्था में पिता को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल ले गए। जिला अस्पताल ले जाते समय उनकी रास्ते में मौत हो गई। क्षेत्रीय विधायक कृष्णा पासवान के साथ एसडीएम व कोतवाली प्रभारी संतोष शर्मा ने मौके पर जाकर हादसे की जांच की। विधायक ने पीडि़त परिवार को आर्थिक मदद दिलाने का भरोसा दिया।
पड़ोसी की दीवार गिरी, दबकर महिला की मौत : कल्यानपुर थाने के गौसपुर गांव निवासी गंगाराम राजपूत की 50 वर्षीय पत्नी निराशा देवी अपने 22 वर्षीय बेटे सुधीर के साथ घर के बाहर टिनशेड के नीचे सो रहीं थीं। भोर पहर झमाझम बारिश के साथ हुई तो महिला ने बेटे को भीतर बरामदे में सोने के लिए भेज दिया और खुद बाहर ही लेटी रही। 10 मिनट के भीतर ही पड़ोसी बालराज की दीवार ढहकर उक्त महिला पर गिर गई। चीख पुकार के बीच स्वजन ने आनन फानन मलबा हटाया लेकिन तब तक निराशा देवी की मौत हो गई थी। हर किसी के जुबां में यही चर्चा रही कि बेटे की जान बचाकर खुद की जान गंवा दी।
दीवार ढहने से किसान की मौत: बिंदकी कोतवाली के मेउवा निवासी 45 वर्षीय कमलेश सविता प्रात: मवेशियों को चारा लगाने जा रहे थे कि अचानक घर की दीवार भरभरा कर ढह गई जिसके नीचे वह दब गए। जिला अस्पताल से कानपुर लेकर जा रहे थे कि रास्ते में उनकी मौत हो गई।
मासूम की मौत, मां-बहन जख्मी: बकेवर थाने के बांका अकबराबाद निवासी गंगाराम कुशवाहा की 36 वर्षीय पत्नी निशा देवी घर पर खाना बना रही थीं। तभी अचानक दीवार ढह गई जिसके नीचे निशा देवी इनकी 10 वर्षीय पुत्री दीपिका, पांच वर्षीय माधवी और दो वर्षीय शीतल दब गई। स्वजन ने मलबा हटाया तब तक मासूम माधवी की दबकर मौत हो गई थी अन्य घायल मां-बेटी को नजदीक के अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया।
घरगिरी में किसान बेघर, मुआवजे की दरकार: बारिश में शहर के अयोध्या कुटी का कुछ हिस्सा धराशाई हो गया। वहीं, थरियांव थाने के करनपुर मजरे रामपुर में फूलमती लोधी का घर ढह गया। इसमें उसका बेटे इंद्रजीत, नीरज, उदय, भतीजा प्रताप जख्मी हो गया। हसवा में कृष्णपाल के घर की छत ढह गई। हसवा विकास खंड के सातोंधरमपुर में संतोष, सुखराम, राकेश, श्यामलाल, हनीफ, अवधेश, शीलू ङ्क्षसह, विकास ङ्क्षसह, रजत अली, बाबूलाल, शिवबाबू, मुन्ना, देशराज, दुर्गा दिनेश के कच्चे घर ढह गए। असोथर कस्बा के बढ़ईटोला में रामा देवी, कपूर ङ्क्षसह के घर ढह गए। जिससे पीडि़त किसान बेघर हो गए। किसानों को मुआवजे की दरकार है।