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खदान के कार्यालय व वाहनों में जेसीबी से तोडफ़ोड़,लोगों ने लगाया जाम

तीन मजदूरों की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मौरंग खदान कार्यालय में जमकर तोडफ़ोड़ की। वहां खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना होते ही खदान के कर्मचारी भाग खड़े हुए। घटना के बाद देर रात तक जाम लगा रहा। महिलाएं व बच्चे भी सड़क पर रहे।

By Sarash BajpaiEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 09:34 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 09:34 PM (IST)
खदान के कार्यालय व वाहनों में जेसीबी से तोडफ़ोड़,लोगों ने लगाया जाम
तीन मजदूरों की मौत के बाद खदान कार्यालय में तोडफ़ोड़, ग्रामीणों का हंगामा।

कानपुर, जेएनएन। बांदा में लाल सोने की लूट में सुरक्षा का कोई ख्याल नहीं रखा जाता है। नतीजा, आए-दिन मौरंग खनन में लगे मजदूरों की जान जा रही है। तीन मजदूरों की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मौरंग खदान कार्यालय में जमकर तोडफ़ोड़ की। वहां खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना होते ही खदान के कर्मचारी भाग खड़े हुए। एक ही गांव के तीन गरीबों की मौत के बाद किसी के घर चूल्हा नहीं जला। देर रात तक महिलाओं से लेकर बच्चे तक सड़क पर जाम लगाए रहे। चारों तरफ गम और गुस्से का लावा फूटता नजर आया।

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पैलानी में चल रही खदान में तीन मजदूरों की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया। ग्रामीण बताते हैं कि गौरीकला निवासी ठेकेदार मुकेश शिवहरे मजदूरों को लेकर गया था। वह लोग करीब छह माह से वहां काम कर रहे थे। देर रात तक हंगामा करने वाले ग्रामीण मौके पर कमिश्नर व डीएम को बुलाने की मांग के साथ मुआवजा देने की आवाज उठाते रहे।

सवा पांच माह में खदानों में गईं छह की जान

मौरंग खदानें खून से लाल हो रही हैं। खनन की चकाचौंध लोगों को मौत का निवाला बन रही हैं। सवा पांच माह के अंदर अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी हैं। उसके बाद भी खनन घाटों पर सुरक्षा की अनदेखी और अवैध खनन पर अंकुश नहीं लग रहा है।

पैलानी कस्बे की मौरंग खदान में टीला ढहने से तीन मजदूरों की दबकर मौत होने की घटना जनपद में नई नहीं है। जिले में इस तरह की अक्सर घटनाएं होती हैं। 26 सितंबर वर्ष 2020 में नरैनी तहसील क्षेत्र की पांड़ादेव मौरंग खदान में टीला ढहने से मजदूर की दबकर मौत हो गई थी। आक्रोशित स्वजन व ग्रामीणों ने चारपाई समेत शव रोड में रखकर जाम लगा दिया था। इसमें माफिया फूल मिश्रा नामजद किया गया था, जो इस समय जेल में है। इसी तरह 12 फरवरी वर्ष 2021 में बदौसा थाना क्षेत्र की भदावल मौरंग खदान में खनन कराने वालों के गुर्गों के डांटने पर चार बच्चे भागकर एक टीले के नीचे छिप गए थे। बाद में टीला ढहने से चारों बच्चे दब गए थे, लेकिन तीन बच्चों को सकुशल निकाल लिया गया था। एक छात्र की दबकर मौत हो गई थी। इसी तरह करीब साढ़े तीन माह पहले फतेहगंज थाना क्षेत्र के ग्राम खेरिया में काणयली नदी नाला के पास मौरंग खोदते समय एक और छात्र की टीला ढहने से मौत हो गई थी। हर मौत पर स्वजन की चीखें व आक्रोश देखने को मिलता है।  


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