क्यों किया माइक्रो ऑब्जर्वरों ने हंगामा, दोपहर तक सील हुए स्ट्रांग रूम
माइक्रो ऑब्जर्वरों को दोपहर तक बिठाये रखा लेकिन खाना या नाश्ता भी नहीं दिया।
कानपुर, जेएनएन। मतदान कराने के बाद लौटी पोलिंग पार्टियों ने सोमवार देर रात तक गल्ला मंडी बने स्ट्रांग रूम में ईवीएम यूनिट जमा कराई। सुबह होने पर माइक्रो आब्जर्वर नाराज हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। इससे करीब ढाई बजे प्रक्रिया शुरू हो सकी। वहीं दोपहर तक स्ट्रांग रूम सील करने की प्रक्रिया भी चलती रही।
गल्ला मंडी में मंगलवार को माइक्रो आब्जर्वरों ने मानदेय न मिलने और दोपहर तक रोके जाने को लेकर नीलामी चबूतरे पर हंगामा किया। कानपुर लोकसभा 43 के 365 मतदान केंद्रों के बूथों पर 137 माइक्रो आबजर्वर लगाए गए थे। एक माइक्रो आबजर्वर पर 3 से 4 बूथों की जिम्मेदारी थी। सोमवार को मतदान के बाद देर रात सभी ने अपनी रिपोर्ट लाइजन अधिकारी अमर जीत को सौंपी थी।
माइक्रो आबजर्वर राजेश शुक्ल, अजय शुक्ल, संतोष कुमार, रजत निगम, अनिल गुप्ता, अतुल मिश्रा असद निसार सिद्दकी ने बताया कि मतदान करने आये जनरल आब्जर्वर संतोष कुमार ने वाट्सएप ग्रुप पर मैसेज करके सभी को मंगलावर सुबह 9.30 बजे गल्ला मंडी बुलाया था। सुबह से दोपहर 2 बजे तक बिठाये रखा गया। खाना तो दूर चाय-नाश्ते की भी व्यवस्था भी नहीं की गई। हर बार रिपोर्ट जमा करने के साथ 15 सौ रुपये का मानदेय मिल जाता था। इसबार वो भी नहीं मिला। दोपहर 2.30 बजे के बाद प्रक्रिया शुरू हुई तो सबसे पहले गोविंद नगर विधान सभा के माइक्रो आबजर्वर बुलाये गए।
दोपहर तक सील हुए स्ट्रांग रूम
सोमवार देर रात पोलिंग पार्टियों ने ईवीएम व कंट्रोल यूनिट जमा कराए। सभी ईवीएम और कंट्रोल यूनिट स्ट्रांग रूम में रखवा दिए गए। मंगलवार को जिलाधिकारी और सीडीओ की मौजूदगी में विधानसभा क्षेत्रवार स्ट्रांग रूम की सीलिंग शुरू हुई, जो दोपहर करीब एक बजे तक चलती रही।