मोदी के शपथ लेते ही कानपुर में फिर उठा पाकिस्तान से जुड़ा ये मुद्दा, पीएम को भेजा ई-मेल
इससे पहले व्यापारी फरवरी माह के अंत में पीएम को पत्र भेज चुके हैं।
कानपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोबारा शपथ ग्र्रहण करते ही व्यापारियों ने पाकिस्तान को साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया (साफ्टा) एग्र्रीमेंट से बाहर करने का मुद्दा फिर उठाया है। शहर के कारोबारियों ने प्रधानमंत्री को ई-मेल भेज कहा है कि पाकिस्तान ने जिस तरह की हरकतें की है, उसे साफ्टा से बाहर कराने के लिए भारत दबाव बनाए।
पुलवामा के आंतकी हमले और उसके बाद सीमा पर हवाई हमलों को देखते हुए व्यापारियों ने 27 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर पाकिस्तान को साफ्टा देशों की सूची से बाहर कराने के लिए दबाव बढ़ाने की मांग की थी।
जानिए क्या है साफ्टा
साफ्टा देशों में भारत के अलावा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, श्रीलंका हैं। इन देशों में एकदूसरे के यहां होने वाली उपज को बिना टैक्स आयात निर्यात की छूट मिली हुई है ताकि उनके उत्पादों की खपत हो सके। कारोबारियों का कहना है कि पाकिस्तान पड़ोसी धर्म नहीं निभा रहा और आतंकवाद को पोषण दे रहा है। उसे आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए कूटनीतिक तरीके से इस एग्र्रीमेंट से बाहर किया जाए।
पीएमओ को भेजा ईमेल
उस समय चुनाव की घोषणा होने की वजह से इस पर कुछ हो नहीं सका, इसे समझते हुए व्यापारियों ने शपथ ग्र्रहण के बाद फिर पीएमओ को मेल भेजी है। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री ज्ञानेश मिश्रा ने ई-मेल कर प्रधानमंत्री से कहा है कि पाकिस्तान को शपथ ग्र्रहण समारोह से बाहर रखकर अच्छा संदेश दिया गया। अब उसे साफ्टा से भी बाहर कराया जाए। कानपुर लोहा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अतुल द्विवेदी ने प्रधानमंत्री को मेल कर किया है कि पाकिस्तान की आर्थिक रीढ़ तोडऩे की जरूरत है।
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