गंगा बैराज पर पत्नी-बच्चों संग खुदकशी करने पहुंचा व्यापारी, इस तरह बची जान Kanpur News
12 जुलाई से परिवार के साथ व्यापारी लापता था परिजन और पुलिस तलाश कर रहे थे।
कानपुर, जेएनएन। 12 जुलाई से लापता व्यापारी बुधवार की दोपहर अचानक पत्नी और बच्चों के साथ गंगा बैराज पर पहुंचा और खुदकशी का इरादा बनाकर पत्नी-बच्चे का हाथ पकड़ गंगा की ओर निहार रहा था। दूर खड़े एक व्यापारी मित्र की उसपर निगाह पड़ी तो पुकारते हुए पास पहुंच गया। उसे देखते ही व्यापारी ने परिवार के कदम खुदकशी से रोक लिये। व्यापारी मित्र ने पुलिस और परिजनों को सूचना दी। पुलिस ने खुदकशी का प्रयास कर रहे व्यापारी से पूछताछ की तो वजह सुनकर सन्न रह गए। बाद में पुलिस व्यापारी और उसके परिवार को सीसामाउ थाने ले गई।
डेढ़ माह से लापता था व्यापारी परिवार
अमित केसरवानी बीती 12 जुलाई को घर से परिवार के साथ लापता हो गए थे। उनके भाई ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी, जिसपर पुलिस जांच कर रही थी। परिवार के लोग अमित व परिवार के साथ अनहोनी की आशंका जता रहे थे। पुलिस की पड़ताल में अमित के मोबाइल की लोकेशन झांसी में मिली थी। इसके बाद पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा था।
बुधवार की दोपहर पत्नी लक्ष्मी और बच्चों यश व माही के साथ गंगा बैराज पहुंचा था। यह वह परिवार के साथ खुदकशी के लिए गंगा में कूदने का विचार कर रेलिंग के पास खड़ा था। इस बीच वहां से गुजरे विष्णु ने उसे देख लिया। विष्णु को उसके लापता होने की जानकारी थी, इसलिए वह रुक गया और उसे पुकारते हुए पास पहुंच गया। विष्णु को देखकर अमित ने परिवार के साथ खुदकशी करने के लिए बढ़ाए कदम पीछे खींच लिए।
पूछताछ में अमित बताई ये बात
विष्णु ने अमित के मिलने की सूचना परिजनों और पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस अमित व उसके परिवार को सीसामऊ थाने ले गई। पुलिस की जांच में सामने आया था कि अमित पर काफी कर्ज था और इसके चलते गांधीनगर के प्रॉपर्टी डीलर भानु प्रताप सिंह ने उसपर धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज कराया था। अमित ने पुलिस को बताया कि व्यापार में घाटा होने कारण 10 करोड़ से ज्यादा का कर्ज हो गया था। इस वजह से वह परिवार लेकर शहर छोड़कर चला गया था। उसने सोचा था कि दूसरे शहर में छोटा-मोटा काम करके परिवार का पालन पोषण कर लेगा। यहां से वह पहले झांसी पहुंचा।
एक दिन रुकने के बाद ग्वालियर, बिलासपुर, दुर्ग, इलाहाबाद, लखनऊ, आगरा आदि शहरों में घूमा और फिर ग्रेटर नोएडा पहुंचा। किसी भी शहर में काम नहीं कर सका। इसके बाद उसने परिवार के साथ खुदकशी करने की ठान ली और जब पत्नी से बात की तो उसने कहा अगर मरना ही है तो कानपुर चलकर मरेंगे। इसके बाद वह पत्नी और बच्चों को लेकर कानपुर आया और गंगा बैराज पर खुदकशी के लिए पहुंच गया। सीसामऊ थाने में पुलिस अमित से पूछताछ कर रही है, वहीं अमित के परिवार के साथ मिल जाने से परिजनों में खुशी है।