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महामारी के समय मुनाफाखोरी भारी, भाप वाली मशीन और फेसशील्ड के मनमाने रेट वसूल रहे दुकानदार

कोरोना संक्रमण के आपदा के दौर में मेडिकल उपकरण आपूर्तिकर्ता से लेकर स्टोर संचालक भी मरीजों के साथ संवेदनशील नजरिया नहीं रख रहे हैं। बाजार में मुनाफाखोर दुकानदार और डीलर मनमाने रेट ले रहे हैं। दामों में अंतर देखने को मिल गया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 09:58 AM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 09:58 AM (IST)
महामारी के समय मुनाफाखोरी भारी, भाप वाली मशीन और फेसशील्ड के मनमाने रेट वसूल रहे दुकानदार
कोरोना संक्रमण में आपदा का फायदा उठा रहे दुकानदार।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर में जहां एक ओर जनता त्राहिमाम कर रही है तो वहीं दूसरी ओर मेडिकल स्टोर संचालक भाप वाली मशीन, फेसशील्ड समेत अन्य जरूरी उपकरणों में मनमाफिक दाम वसूल रहे हैं। कहीं, किसी तरह का कोई नियम नहीं हैं। जैसे ग्राहक को देखा, वैसा रेट फौरन बता दिया। शास्त्री नगर और काकादेव के बीच महज तीन से चार किलोमीटर की दूरी का फासला है, हालांकि इतनी कम दूरी में भाप वाली मशीन के दामों में ही 100 रुपये का अंतर देखने को मिल गया। काकादेव निवासी संतोष तिवारी ने बताया कि तीन दिनों पहले काकादेव के ही मेडिकल स्टोर से 450 रुपये में भाप वाली मशीन खरीदी थी।

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केस एक : काकदेव स्थित द्विवेदी अस्पताल के ठीक सामने लाइफ केमिस्ट में भाप वाली मशीन कितने की है? यह पूछने पर पहले जवाब मिला कि 250 रुपये की, फिर संचालक ने दो मिनट बाद कहा कि 350 रुपये की मिल जाएगी।

केस दो : शास्त्री नगर स्थित विवेक मेडिकल स्टोर में भाप वाली मशीन का दाम पूछा तो जवाब मिला कि 250 रुपये की मिल जाएगी। इसके अलावा ब्रांडेड और महंगी पड़ेगी।

50 से 200 रुपये तक मिल रही फेसशील्ड : बाजार में फेसशील्ड भी 50 रुपये से लेकर 200 रुपये तक मिल रही है। दामों को लेकर कहीं कोई नियम कानून नहीं है। बस, बेचने वाले यह जानते हैं कि किसी को कितना भी रेट बता दो और मनमाने दाम वसूल लो।

निर्धारित दर से ज्यादा अगर कीमत वसूली जा रही है तो इसकी शिकायत लोग जरूर करें। ओवरबिङ्क्षलग, कालाबाजारी रोकने के लिए टीमें गठित की गई हैं। कई जगहों पर कार्रवाई भी हुई है। शिकायत होंगी तो कार्रवाई करने में आसानी होगी। -आलोक तिवारी, डीएम

आज से अभियान में आएगी तेजी : डीएम ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम बनाई है। यह टीम ओवर बिङ्क्षलग करने वाले मेडिकल स्टोर संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। अब तब तीन मेडिकल स्टोर संचालकों के विरुद्ध मुकदमा हो चुका है। बावजूद इसके मुनाफाखोरी में कई मेडिकल स्टोर संचालक लगे हुए हैं। सोमवार से डीएम द्वारा गठित टीमेंं अपने अभियान को और तेज करेंगी। तीन टीमें अलग- अलग क्षेत्रों में जाएंगी। ताकि बड़े पैमाने पर धर पकड़ हो सके।


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