कानपुर: शहर ने पूछे तरक्की पर कड़े सवाल
माय सिटी माय प्राइड की लिवेबिलिटी सर्वे रिपोर्ट में कानपुर को दस शहरों के मुकाबले सबसे निचले पायदान पर जगह मिली है।
उत्तर प्रदेश का प्रमुख औद्योगिक शहर कानपुर 'माय सिटी माय प्राइड' की लिवेबिलिटी सर्वे रिपोर्ट में 5 में से 2.94 का स्कोर हासिल कर सका है। शहर की हेल्थ, इंफ्रा, एजुकेशन, इकोनॉमी और सुरक्षा व्यवस्था अपेक्षानुरूप नहीं होने की वजह से कानपुरवासियों ने शहर की उपलब्ध सुविधाओं और तरक्की को लेकर कड़ी रेटिंग की है। यही वजह है कि दस शहरों में कानपुर का स्थान सबसे नीचे है।
वैसे, इस सर्वे में शहर की आर्थिक स्थिति को सबसे बेहतर माना गया है। जॉब देने के मामले में कानपुर को दस शहरों में छठा स्थान मिला है। कानपुर को इकोनॉमी में पांच में से 3.24 का स्कोर हासिल हुआ है। बिजनेस का अपेक्षाकृत बेहतर माहौल होने के कारण कानपुर के लोगों ने शहर को अच्छा बताया है।
लेकिन एजुकेशन, हेल्थ, इन्फ्रा और सेफ्टी से संबंधित सुविधाओं को लेकर कानपुर के लोग निराश हैं। एजुकेशन में वह नौवें पायदान पर काबिज है। शिक्षा में उसे पांच में से 3.23 का स्कोर हासिल हुआ है। यानी कि वहां के शिक्षा के स्तर को लोगों ने बहुत अच्छा नहीं माना है। हालांकि, ये काफी आश्चर्य की बात है, क्योंकि कानपुर में आईआईटी जैसा ख्यातिप्राप्त संस्थान है।
शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर लोग पूरी तरह संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। शहर को आधारभूत संरचना में 2.67 का स्कोर हासिल हुआ है। शहर की हेल्थ सुविधाओं में भी लोग सुधार की जरूरत समझ रहे हैं। उसे 3.05 का स्कोर हासिल हुआ है। सुरक्षा को लेकर भी कानपुर को अच्छा नहीं माना गया है और उसे पांच में से 2.55 का स्कोर मिला है। जब हमने आम लोगों से रहने, आने-जाने और खान-पान के मामले में शहर को किस स्थान पर रखने के बारे में पूछा तो उन्होंने इस शहर को 3.88 का स्कोर दिया। इसका मतलब है कि शहर अपेक्षाकृत सस्ता है।
नहीं मानते ट्रैफिक रूल
नागरिकों से शहर की समस्याओं से जुड़े सवाल पूछे गए थे। नागरिकों ने माना कि उनके शहर में ट्रैफिक नियम के उल्लंघन के मामले काफी होते हैं। इस सवाल को पांच में से 2.35 का स्कोर हासिल हुआ है।
कूड़े की समस्या
शहर में कूड़े के निस्तारण और सीवेज के सवाल पर भी लोगों ने नाराजगी जताई है। यानी कि शहर में कूड़े और कचरे के निस्तारण की अपेक्षाकृत सही व्यवस्था मौजूद नहीं है। इस सवाल को 2.33 का खराब स्कोर मिला है। इस क्षेत्र पर सरकार और लोगों को काम करने की जरूरत है, ताकि यहां का माहौल साफ-सुथरा हो।
सड़क सुरक्षा को ठीक करने की जरूरत
सड़क सुरक्षा में भी कानपुरवासी सुधार की अपेक्षा रखते हैं। यहां के लोग मानते है कि शहर में सड़क सुरक्षा की व्यवस्था पूरी तरह ठीक नहीं है। रोड सेफ्टी में शहर को 2.32 का स्कोर हासिल हुआ है। पुलिस को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि शहर का हर नागरिक रोड पर अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सके।