Move to Jagran APP

कानपुर में IIA ने थाम रखी है जरूरतमंदों की नब्ज, यह हैं कुछ खास काम

कार्पोरेट सोशल रिस्‍पॉन्‍सबिलिटी (सीएसआर) फंड से आइआइए गरीबों के हितों के लिए कई काम कर रहा है ।

By Krishan KumarEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 06:00 AM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 06:00 AM (IST)
कानपुर में IIA ने थाम रखी है जरूरतमंदों की नब्ज, यह हैं कुछ खास काम

जागरण संवाददाता, कानपुर

loksabha election banner

उद्योग कैसे बढ़ेगा, कारोबार कैसे बढ़ेगा? प्रदेश में औद्योगिक माहौल के लिए क्या करना बेहतर होगा? इस बारे में आइआइए (इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन) सभी की नजर आती है। यह संगठन समाज के लिए अहम भूमिका निभा रहा है। आइआइए से जुड़े उद्यमियों ने कई जगह वाटर कूलर लगवाये हैं। वहीं पौधरोपण भी इसमें शामिल हैं। संगठन इस बात से भी वाकिफ है कि कि गरीब परिवारों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य का खर्च वहन करना ज्यादा कठिन होता है। यही वजह है कि कार्पोरेट सोशल रिस्‍पॉन्‍सबिलिटी (सीएसआर) फंड से आइआइए इन दो क्षेत्रों में खास काम कर रहा है।

बारह साल से चल रहा है नि:शुल्‍क स्वास्थ्य शिविर
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन से बड़ी संख्या में उद्यमी जुड़े हैं। उनकी फैक्ट्रियों में मजदूर काम करते हैं। उनकी फिक्र भी आइआइए ने की है। यही वजह है कि बारह साल पहले संगठन ने स्वास्थ्य सेवा की ओर कदम बढ़ाया। आइआइए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने बताया कि उद्योग कुंज पनकी स्थित आइआइए भवन में प्रत्येक मंगलवार को स्वास्थ्य शिविर आयोजित होता है। यहां अच्छे चिकित्सक मरीजों का नि:शुल्‍क स्वास्थ्य परीक्षण करते हैं। फिर दवा सस्ती हो या महंगी, उन्हें मुफ्त में ही दी जाती हैं। गंभीर बीमारों के कार्ड बना दिए जाते हैं। उनका रिकॉर्ड तैयार कर उनकी बीमारी के लिहाज से महंगी दवाइयां पर्याप्त मात्रा में मंगवा ली जाती हैं।

गरीब मेधावियों को आइआइटी में पढ़ाई का खर्च
स्वास्थ्य सेवा यदि फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूरों के परिवार के लिए है तो शिक्षा सेवा का दायरा इससे भी बड़ा है। संगठन सदस्य ऐसे गरीब बच्चों को चिह्रित करते हैं, जो मेधावी हैं और आइआइटी की तैयारी करना चाहते हैं। उन्हें दाखिले की कोचिंग कराई जाती है, फिर आइआइटी में एडमिशन होने के बाद उनकी फीस का खर्च भी आइआइए उठाता है। यह बच्चे मजदूरों के या फिर कोई भी गरीब बच्चे हो सकते हैं। इस तरह कई बच्चों का भविष्य अब तक संवारा जा चुका है।

बदली स्कूलों की स्थिति
सीएसआर के तहत ही आइआइए ने सात साल पहले ईदगाह कॉलोनी और ग्वालटोली में शासकीय प्राथमिक विद्यालय को गोद लिया। दोनों विद्यालयों में लाखों रुपया खर्च कर पूरा जीर्णोद्धार कराया। इसके अलावा कलक्ट्रेट परिसर में आमजन को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए कई वाटर कूलर भी लगवाए।

'आइआइए अपने फंड सहित सदस्य उद्यमियों के सहयोग से समाज के लिए संभव मदद कर रहा है। हम चाहते हैं कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में गरीबों की जितनी मदद कर सकें, वह जरूर करें। इसी प्रयास में इतने वर्षों से निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है। 
सुनील वैश्य
राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.