महाराष्ट्र के मौलाना ने अयोध्या मामले में कही ये बात, मंदिर तोडऩे के इल्जाम से मुसलमान बरी Kanpur News
गल्ला मंडी सरैया जाजमऊ में आयोजित जलसे में जमीअत उलमा के प्रमुख मौलाना आए थे।
कानपुर, जेएनएन। महाराष्ट्र से आए जमीअत उलमा के प्रमुख मौलाना मुहम्मद हुजैफा कासमी ने कहा है कि मंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद बनाने का मुसलमानों पर बहुत बड़ा आरोप था लेकिन अब ये साफ हो गया है कि मुसलमानों ने अयोध्या में कोई मंदिर नहीं तोड़ा। सुप्रीमकोर्ट के फैसले ने मुसलमानों पर लगे इल्जाम को खत्म कर दिया है। मौजूदा हालात को देखते हुए देशवासियों को इस्लाम की सच्ची तस्वीर से रुबरू कराना हमारी प्राथमिकता है।
गल्ला मंडी सरैया जाजमऊ में शहर जमीअत उलमा एवं मजलिस तहफ्फुज खत्मे नबूवत द्वारा आयोजित जलसे में उन्होंने कहा कि मुसलमानों को टकराव की नीति से बचते हुए अपने बच्चों को शिक्षित करने की फिक्र करनी चाहिए। अध्यक्षता कर रहे जमीअत उलमा के प्रदेश अध्यक्ष एवं शहरकाजी मौलाना मतीनुल हक ओसामा कासिमी ने लोगों को संकल्प दिलाया कि हर हाल में अपने बच्चों को दीनी और दुनियावी दोनों शिक्षा दिलाएंगे। यहां पर मौलाना खलील अहमद मजाहिरी, मौलाना शर्फे आलम साकिबी, कारी स$गीर, मौलाना कौसर जामई आदि ने विचार रखे ।