पर्दाफाश : गिरोह सरगना कनक ने बिहार बोर्ड की 12वीं परीक्षा में भी बिठाए थे सॉल्वर
सॉल्वरों-साइबर ठगों के गढ़ बने बिहार व झारखंड के जिलों में एसटीएफ अब डेरा डालेगी। कानपुर में सॉल्वर मामले में चार और साइबर ठगी के 40 मामले लंबित है।
कानपुर, जेएनएन। रेलवे ग्रुप डी परीक्षा में सॉल्वर भेजने वाले शातिरों और लोगों के खातों से रकम उड़ा रहे साइबर ठगों को पकडऩे बिहार और झारखंड गई पुलिस व एसटीएफ टीमें खाली हाथ लौट रही हैं। लिहाजा अब कई दिन तक दोनों राज्यों में एसटीएफ डेरा डालने की तैयारी कर रही है। सरगना कनक के गिरोह में कई सॉल्वर हैं और बिहार बोर्ड की 12वीं परीक्षा में भी सॉल्वर बिठाए थे।
बोर्ड परीक्षा में दर्जनों छात्रों को कराया पास
सोमवार को पकड़े गए बिहार मधुबनी निवासी दुर्गेश यादव, औरंगाबाद निवासी नीतीश कुमार और प्रयागराज निवासी राजेश ने बताया कि सरगना कनक कुमार के गिरोह में 200 से ज्यादा सॉल्वर हैं। बिहार बोर्ड की 12वीं परीक्षा में भी कनक ने सॉल्वर बैठाए थे। हर पेपर के लिए पांच हजार रुपये मिले। पश्चिम बंगाल में रेलवे व एसएससी की परीक्षा दी थी। मंगलवार दोपहर पुलिस ने तीनों को जेल भेजा।
साइबर ठगी के दो सौ से ज्यादा मामले सामने आए
आंकड़ों के मुताबिक पिछले दो साल में ही जिले में एटीएम कार्ड क्लोनिंग और विभिन्न कार्ड नंबर व पिन नंबर पूछकर खाते से रकम उड़ाने के 200 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। किसी भी मामले में पुलिस साइबर ठगों को नहीं पकड़ सकी। सभी शातिरों की लोकेशन झारखंड व बिहार मिली है।
एसटीएफ ने तैयार की सॉल्वर गैंग के सरगना समेत 40 की सूची
शहर में पिछले छह माह में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर (मुन्नाभाई) पकड़े जाने के भी पांच मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी गिरोहों के सरगना बिहार के रहने वाले हैं। एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग के तीन सरगना समेत करीब 40 व्यक्तियों की सूची तैयार की है। दो बार एसटीएफ और क्राइम ब्रांच बिहार व झारखंड जा चुकी लेकिन वे हाथ नहीं आए। सूत्रों ने बताया कि इस बार टीमें बिहार में कैंप करने की योजना बना रही हैं। वहां की लोकल पुलिस से भी समन्वय बनाकर गिरफ्तारी की जाएगी।
यूजीसी नेट परीक्षा में भी रही नजर
विभिन्न परीक्षाओं में सॉल्वर पकड़े जाने के कारण एसटीएफ टीम शहर में हो रही हर परीक्षा पर नजर रख रही है। मंगलवार सुबह यूजीसी नेट परीक्षा के दौरान भी एसटीएफ ने केंद्रों का भ्रमण किया और अभ्यर्थियों की आइडी व अन्य दस्तावेज चेक किए। हालांकि कहीं भी सॉल्वर नहीं पकड़ा गया।