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धनतेरस पर चमक उठे बाजार, दुकानों पर करोड़ो का हुआ कारोबार

धनत्रयोदशी के रूप में मनाया जाने वाले इस पर्व पर बर्तन, चांदी के सिक्के व आभूषण खरीदने पर लोग जोर देते हैं।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 07:12 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 11:08 AM (IST)
धनतेरस पर चमक उठे बाजार, दुकानों पर करोड़ो का हुआ कारोबार
धनतेरस पर चमक उठे बाजार, दुकानों पर करोड़ो का हुआ कारोबार

कानपुर (जागरण संवाददाता)। धनतेरस पर सुबह से ही बाजारों में उमड़े ग्राहकों की संख्या दिन ढलते-ढलते बढ़ती गई। रात होते-होते बाजार हीरों की तरह चमक उठे। देर रात तक प्रमुख बाजारों में रौनक देखने लायक थी। बर्तन बाजारों में भारी भीड़ थी ही, सराफा दुकानों में भी सिक्के खरीदने वालों की काफी संख्या थी। ग्राहकों ने लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी खरीदीं। इलेक्ट्रानिक दुकानों पर एलईडी की मांग रही तो घर सजाने के लिए झालरें भी खूब बिकीं। कारोबारियों के मुताबिक पिछले वर्ष के मुकाबले 25 फीसद तक बिक्री ज्यादा रही।

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बर्तन की दुकानों में सबसे ज्यादा भीड़
धनतेरस पर बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए बर्तन की दुकानों पर सबसे ज्यादा भीड़ रही। हटिया बाजार में बर्तनों की चमक व खरीदारों की भीड़ देखने लायक थी। यहां करीब छह दर्जन दुकानें हैं। कारोबारियों के मुताबिक करीब चार करोड़ रुपये के बर्तनों की बिक्री हुई है। -
चांदी के सिक्के व बर्तन भी बिके
कीमत में लगातार आ रही गिरावट की वजह से चांदी के सिक्के, चांदी के बर्तन और चांदी की लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की खूब बिक्री हुई। चांदी की पिछले कीमत 41,200 रुपये प्रति किलो थी। इस वर्ष 39,550 रुपये प्रति किलो रही। कारोबारियों के मुताबिक इस वर्ष लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां पिछले वर्ष से डेढ़ गुना ज्यादा बिकीं।


मिंट्टी की मूर्तियां ज्यादा खरीदी गई 
लक्ष्मी-गणेश के अलावा कुबेर, हनुमान जी मूर्तियां खूब बिकीं। ग्राहकों ने मिंट्टी की मूर्तियों को ही ज्यादा खरीदारी की। परंपराओं के मुताबिक मिंट्टी की मूर्ति की ही पूजा की जाती है। गणेश जी की मूर्ति में खासतौर पर उनकी सूंड़ पर ध्यान दिया गया। कुछ स्थानों पर मूर्तियों को कपड़ों से सजाकर भी बेचा गया। इसके लिए उनकी कीमत काफी बढ़ाकर ली गई। सामान्य तौर पर मिंट्टी की मूर्तियां धनतेरस के दिन 20 रुपये जोड़े से 2,500 रुपये जोड़े तक बिकीं। 
एलईडी टीवी खूब बिके 
इलेक्ट्रानिक शोरूम से कई हजार एलईडी टीवी बिके। सामान्य दिनों में ही एक हजार से ज्यादा एलईडी टीवी की बिक्री रोज की है। कारोबारियों के मुताबिक धनतेरस पर बिक्री करीब पांच हजार तक पहुंच गई। फ्रिज, वाशिंग मशीन, एयर कंडीशनर आदि की भी बिक्री रही।
खील-गंट्टे की दुकानों पर भी भीड़ 
खरीदारी के लिए जो भी घर से निकला वह लइया, खील, गंट्टे, खिलौने खरीद कर ही घर लौटा। दीपावली के पूजन में इनका इस्तेमाल होता है। 
आतिशबाजी बाजार में दिखी रौनक 
आतिशबाजी बाजार में सोमवार को पहली बार जबरदस्त भीड़ दिखी। बच्चों और बड़ों सभी ने जमकर पटाखे खरीदे। फुटकर दुकानें भी बाजारों में लग गई, जिन पर खूब बिक्री हुई। सबसे ज्यादा मांग स्काई शाट्स की रही।
खूब बिकीं झालरें 
बिजली की झालरें माल ज्यादा न आने के बाद भी खूब बिकीं। हालांकि इनकी कीमतें इस बार बढ़ी हुई हैं। बिजली की सजावट का सामान कम होने की वजह से कीमतें 40 फीसद तक बढ़ी हुई हैं। सामान्य तौर पर बिजली बाजार में दीपावली की बिक्री दो करोड़ रुपये की आंकी जा रही है। 
बुक वाहन उठाने को शोरूम में उमड़े खरीदार 
कार, बाइक और स्कूटी शोरूम में धनतेरस के दिन पहले से बुक वाहनों को लेने वालों की भीड़ लगी रही। कार शोरूम में यह स्थिति ज्यादा रही। वहां तुरंत पहुंच कर कार लेना आसान नहीं था। वैसे बाइक और स्कूटी के शोरूम में बुकिंग के अलावा तुरंत पहुंचने वाले भी वाहन खरीदते रहे। धनतेरस के दिन शहर में करीब पांच सौ बाइक की बिक्री हुई। कारों की बिक्री ढाई से तीन सौ के बीच रही। करीब सात सौ स्कूटी बिकीं। 
दो सौ करोड़ रुपये के रेडीमेड गारमेंट बिके 
शहर का कपड़ा बाजार 10 हजार करोड़ रुपये सालाना का है। नवरात्र से दीपावली के बीच का यह बाजार करीब चार हजार करोड़ रुपये का होता है, लेकिन अकेले धनतेरस पर दो सौ करोड़ रुपये के कपड़े बिके। शहर में करीब आठ हजार दुकानें कपड़े की हैं। दो दिन बाद दीपावली होने की वजह से इस समय कपड़े बन नहीं सकते, इसलिए सभी ने रेडीमेड का सहारा लिया।
पांच करोड़ के फर्नीचर घर पहुंचे 
घर को नया लुक देने के लिए धनतेरस के दिन करीब पांच करोड़ रुपये के फर्नीचर दुकानों से उठाकर घर तक पहुंचे। ज्यादा मांग भारतीय ब्रांडों की रही। कारोबारियों के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले 35 से 40 फीसद बिक्री बढ़ी है। वैसे इस माह में फर्नीचर की बिक्री 50 करोड़ रुपये के करीब रही है। 


डिजाइनर ज्वैलरी खूब बिकी 
ज्वैलरी के खरीदारों की आवक सुबह तो कम थी, लेकिन दोपहर होते-होते बाजार में इनकी संख्या बढ़ने लगी। ज्यादातर ग्राहकों की पंसद डिजाइनर ज्वैलरी रही। डिजाइनर हीरों की मांग भी खूब रही। बगेट, मार्कीस, ड्राप शेप हीरों के जेवरों की काफी बिक्री हुई। यलो, व्हाइट और रोज गोल्ड के जेवर भी खूब बिके। कारोबारियों के मुताबिक 25 से 30 फीसद तक वृद्धि बाजार में रही है। 
बढ़ते सोने में निवेश 
सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। निवेश के इच्छुक लोगों ने इसके चलते सोने में बुलियन की खासी खरीदारी की। सोना पिछले वर्ष धनतेरस पर 30,600 रुपये प्रति 10 ग्राम था। आज सोने की कीमत 32,550 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। 
पार्किंग की विशेष व्यवस्था
बिरहाना रोड जाने वाली सड़क फूल बाग के पास से वाहनों का आवागम बंद कर दिया गया है। यही स्थिति नवीन मार्केट में भी है। भारी संख्या में आने वाले ग्राहकों को किसी तरह की समस्या ना हो, इसके लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है। केडीए ने भी अपनी पार्किंग को ग्राहकों के लिए मुफ्त करने की घोषणा कर रखी थी।


भीड़ से महाजाम में जकड़ा शहर
धनतेरस पर बाजारों में उमड़ी भीड़ के चलते पूरा शहर जाम में जकड़ा नजर आया। सोमवार को दोपहर एक बजे के बाद खरीदारी करने के लिए घरों से लोगों का निकलना शुरू हुआ। इसके चलते प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति बन गई। बड़ा चौराहा, पी रोड, सीसामऊ, गुमटी, फजलगंज में मरियम पुर चौराहा से गोविंद नगर पुल तक, रावतपुर, कल्याणपुर, लाल बंगला आदि जगह जाम की स्थिति बनी रही। अफीम कोठी के जाम ने जूही पुल पर जाम के हालात बने। झकरकटी पुल पर भी वाहनों की कतार लगी रही। टाटमिल चौराहे का जाम मीरपुर फायर स्टेशन तक पहुंच गया।


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