अात्महत्या का प्रयास करने वाले आइपीएस सुरेंद्र दास के कई अंगों ने काम करना बंद किया
अस्पताल के सीएमएस डॉ० राजेश अग्रवाल बताया है कि सुरेंद्र के शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। बताया कि उनके एक पैर में ब्लड की सप्लाई नही हो रही है ।
कानपुर (जेेएनएन)। सल्फास खाकर आत्महत्या का प्रयास करने वाले आइपीएस सुरेंद्र दास की हालत और बिगड़ गई है। अस्पताल के सीएमएस डॉ० राजेश अग्रवाल बताया है कि सुरेंद्र के शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। बताया कि उनके एक पैर में ब्लड की सप्लाई नही हो रही है । जिसके बाद डाक्टरों की टीम ने आकस्मिक ऑपरेशन शुरू कर दिया है। रीजेंसी अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली के सहारे डॉक्टरों की टीम के साथ इलाज कर रहे मुंबई से आए डॉ. प्रणव ओझा का कहना है कि आइपीएस सुरेंद्र के लिए अगले 16 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं।
शनिवार शाम तक एक्मो मशीन हटाने के बाद शरीर के अंगों की क्रियाशीलता और क्षमता देखकर कुछ कहा जा सकेगा। अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश अग्रवाल ने बताया कि एक्मो मशीन से ऑर्गन्स का डैमेज कंट्रोल किया जा रहा है। ताकि हार्ट और लंग्स को सपोर्ट मिलने पर ज्यादा प्रेशर न पड़े और रिकवरी जल्दी हो। रिकवरी कितनी हुई है, यह एक्मो मशीन हटने के बाद ही बताया जा सकेगा। उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए उनके शुभ चिंतक सोशल मीडिया पर उनके शीघ्र ठीक होने की कामनाएं कर रहे हैं।
एक्मो मशीन लाने में कीमत से छह गुना अघिक हुए खर्च
सुरेंद्र दास के इलाज में अहम एक्मो मशीन को शहर लाने के लिए उनके बैचमेट को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके लिए आइपीएस चारू निगम, पूजा यादव, डॉ. मंजूनाथ, विशाल सिंह, मंजू राठी के साथ ही आइपीएस रवीना त्यागी के पति गौरव और आइजी सुजीत पांडेय ने अपने संपर्क लगा दिए। वहीं स्वास्थ्य निदेशालय के पीए सचिन ने भी संपर्क किया। जिसके बाद मशीन आ सकी। एक्मो मशीन की कीमत से छह गुना करीब 17 लाख रुपए लाने में खर्च हो गए।
एसपी पश्चिम संजीव सुमन ने बताया कि तकनीकी कारणों से मशीन सवारी यान से नहीं लाई जा सकती थी। जिसके चलते उसे विशेष विमान से लाया गया। मशीन से इलाज में तीन लाख का इस्टीमेट बताया गया है। इसका पुलिस मुख्यालय से बजट जारी कराने का प्रयास हो रहा है। वैसे, अभी तक इलाज के लिए तीन किस्तों में करीब साढ़े तीन लाख रुपए आ चुके हैं।
हालचाल लेने पहुंचे 2014 बैच के सभी आइपीएस
अपने बैच में अच्छी छवि व मिलनसार स्वभाव के धनी सुरेंद्र दास का जिसे भी पता चला। वह स्तब्ध रह गया। उसके बाद अपने हरदिल अजीज दोस्त का हालचाल लेने के लिए शुक्रवार को उनके बैचमेट विक्रांत वीर, डॉ. सतीश, अभिनंदन, अनूप, राजीव रावल, अंकित मित्तल, श्लोक, मनीलाल पटीदार के साथ कई सीनियर साथी शहर आ गए।
यह था मामला
कानपुर में एसपी पूर्वी पद पर तैनात 2014 बैच के आइपीएस सुरेंद्र दास ने बुधवार तड़के सरकारी आवास में सल्फास खा लिया था। हालत बिगडऩे पर पत्नी डॉ. रवीना ने अधिकारियों को सूचना देकर स्टाफ व कैंट पुलिस की मदद से उर्सला अस्पतल में भर्ती कराया था। जहां से उन्हें रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।