Kanpur Nagar Nigam की कोशिशों के बाद भी शिफ्ट नहीं हो पाईं मंडियां, पांच साल पहले बने थे चबूतरे
गोविंदनगर साकेत नगर चावला मार्केट चौराहा व सीटीआइ के पास सड़क किनारे इधर-उधर ठेले पर फल और सब्जियां की दुकानें लगती हैं। इससे फुटपाथ भी घिरे रहते हैं। लोग सड़क पर ही दोपहिया और चार पहिया वाहन खड़ा कर सब्जियां और फल खरीदते हैं।
कानपुर, जेएनएन। निराला नगर में पांच साल पहले बनाए गए चबूतरों पर साकेत नगर व सीटीआइ में लगने वाली मंडी को शिफ्ट करने के लिए नगर निगम ने लाख कोशिशें कीं, लेकिन मंडी को अभी तक शिफ्ट नहीं कर पाए। इसी वजह से साकेत नगर और गोविंद नगर में आए दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है।
गोविंदनगर, साकेत नगर, चावला मार्केट चौराहा व सीटीआइ के पास सड़क किनारे इधर-उधर ठेले पर फल और सब्जियां की दुकानें लगती हैं। इससे फुटपाथ भी घिरे रहते हैं। लोग सड़क पर ही दोपहिया और चार पहिया वाहन खड़ा कर सब्जियां और फल खरीदते हैं। इस वजह से कई बार जाम भी लगता है और हादसे भी होते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए ही नगर निगम ने पराग डेयरी के पास सड़क किनारे फेरी नीति के तहत 4.71 लाख की लागत से फुटपाथ छोड़कर करीब दो फीट ऊंचे चबूतरे बनवाए थे। अब यहां पर झाड़ियां उग आई हैं और चबूतरे भी टूट चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान यहां अवैध तरीके से कपड़ों का बाजार सज गया है। एक भाजपा पार्षद का आरोप है कि जिनके लिए चबूतरे बनाए गए थे, उनको चबूतरे न देकर किसी अन्य को रुपये लेकर आवंटित कर दिया।
इनका ये है कहना: जोनल अधिकारी स्वर्ण सिंह का कहना है कि मामले के बारे में जानकारी नहीं है। इसकी फाइल चेक कराई जाएगी।