Move to Jagran APP

यातायात का दबाव ज्यादा न होने के कारण मंधना-शुक्लागंज मार्ग को नहीं मिली फोरलेन बनाने की स्वीकृति

समग्र विकास समिति की बैठक में मंडलायुक्त ने इस मार्ग को फोर लेन करने के लिए सर्वे करने का आदेश पीडब्ल्यूडी को दिया था। पीडब्ल्यूडी के आंतरिक सर्वे में निकला निष्कर्ष। बिठूर के पर्यटन विकास पर सरकार का काफी जोर है।

By ShaswatgEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 11:51 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 11:51 AM (IST)
यातायात का दबाव ज्यादा न होने के कारण मंधना-शुक्लागंज मार्ग को नहीं मिली फोरलेन बनाने की स्वीकृति
गंगा बैराज मार्ग पर दौड़ते वाहनों की प्रतीकात्मक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। शुक्लागंज से गंगा बैराज होते हुए मंधना जाने वाली सड़क को फोरलेन करने का प्रस्ताव फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। पीडब्ल्यूडी ने पाया है कि इस मार्ग पर अभी यातायात का दबाव इतना नहीं है कि उसे फोरलेन किया जाए। यूपीसीडा गंगा बैराज पर ट्रांसगंगा सिटी की स्थापना कर रहा है तो कानपुर विकास प्राधिकरण वहां गंगा थीम पार्क का निर्माण करने जा रहा है। इसके साथ ही बिठूर के पर्यटन विकास पर सरकार का काफी जोर है।

loksabha election banner

ट्रांसगंगा सिटी में उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया आरंभ

 लखनऊ कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को कानपुर-अलीगढ़ जीटी रोड से जोडऩे वाले इस मार्ग का महत्व काफी ज्यादा है क्योंकि मैनपुरी, बेला, बिधूना, चौबेपुर आदि क्षेत्रों के लोग जिन्हेंं रायबरेली, अमेठी सुल्तानपुर उन्नाव आदि जगहों को जाना होता है वह इसी मार्ग से आते जाते हैं। इससे शहर में जाम नहीं लगता है अब ट्रांसगंगा सिटी में उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दिसंबर में वहां भूखंडों का आवंटन होगा। ऐसे में जब उद्योग लगेंगे तो यातायात का दबाव और बढ़ेगा। इसीलिए पिछले दिनों समग्र विकास समिति की बैठक में मंडलायुक्त ने इस मार्ग को फोर लेन करने के लिए सर्वे करने का आदेश पीडब्ल्यूडी को दिया था। उन्होंने इसके लिए समिति भी बनाई गई थी। फिलहाल पीडब्ल्यूडी के आंतरिक सर्वे में पाया गया कि इस मार्ग पर अभी यातायात का दबाव ज्यादा नहीं है। इसलिए अभी इस मार्ग को फोरलेन करने की आवश्यकता नहीं है।

इनका ये है कहना

जब यातायात का दबाव ज्यादा होगा तभी चरणबद्ध ढंग से फोरलेन किया जाएगा। यह सड़क दो हिस्सों में बनी थी । पहले बैराज से शुक्लागंज और फिर बैराज से मंधना तक इसका निर्माण हुआ था। - दिवाकर शुक्ला, मुख्य अभियंता, पीडब्ल्यूडी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.