नौकरी का झांसा दे टूरिस्ट वीजा पर भेजा मलेशिया, मजदूरी कर रहा युवक
एजेंट ने नौकरी दिलाने के नाम पर 1.17 लाख ठगे, पीडि़त की पत्नी ने पुलिस से शिकायत की।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। वीजा में मामूली फेरबदल कर एजेंट मोटी रकम ऐंठकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, इसमें यशोदा नगर निवासी एजेंट ने युवक को सुपरवाइजर का वीजा बताकर टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया भेज दिया। इसके लिए एजेंट ने 1.17 लाख रुपये ले लिये, अब युवक मलेशिया में मजदूरी करने को मजबूर है। फोन पर इसकी जानकारी के बाद पत्नी सुनीता गुप्ता ने एजेंट चांद वारिस के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
नौबस्ता आनंद विहार निवासी सुनीता ने बताया कि सात माह पहले सी-ब्लाक निवासी एजेंट चांद वारिस ने पति उत्तम को मलेशिया में अच्छी नौकरी और आकर्षक वेतन का झांसा देकर जाल में फंसाया। 1.17 लाख रुपये लेने के बाद पति को टूरिस्ट वीजा पर मलेशिया भेजा। आरोप है कि पति का पासपोर्ट छीनकर उनसे वहां मजदूरी कराई जा रही है। सात माह बीतने के बाद भी वेतन नहीं दिया गया है, यह बात पति ने उसे फोन करके बताई। इसके बाद जब उसने एजेंट से पूछताछ की तो संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। परेशान होकर पीडि़ता ने थाने में तहरीर दी है। नौबस्ता इंस्पेक्टर समर बहादुर ने बताया कि एजेंट के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है, जांच के बाद कार्रवाई होगी।
पंजाब पुलिस ने ठग को दबोचा
पंजाब पुलिस ने इजराइल में नौकरी लगवाने के नाम पर 3.20 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले ठग मनीष गुप्ता को नौबस्ता हंसपुरम की आवास विकास कालोनी से गिरफ्तार किया है। पंजाब में होशियारपुर के चौक थाने से आए सहायक सब इंस्पेक्टर राजवीर ङ्क्षसह ने बताया कि गगनप्रीत कौर ने वर्ष 2017 में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा कराया था। आरोप है कि इजराइल में नौकरी लगवाने के नाम पर उससे 3.20 लाख रुपये ठग लिए गए। काफी समय से आरोपितों की तलाश की जा रही थी।
शुक्रवार को नौबस्ता पुलिस के साथ दबिश देकर कालोनी में दबिश देकर आरोपित मनीष को गिरफ्तार कर लिया। मनीष ने बताया कि धनबाद का शिपिंग कंपनी संचालक इमरान पूरा रैकेट चलाता है। लोगों को विदेश में नौकरी का झांसा पैसे हड़पता है। पुलिस अब गिरोह में शामिल आवास विकास के शिवम और नवाबगंज के संजीव की भी तलाश की जा रही है।