Move to Jagran APP

Mahoba Murder Case: एसआइटी के सवालों पर विस्फोटक कारोबारी का चौंका देने वाला बयान सुनकर टीम के सदस्य भी रह गए दंग

एसआइटी के पुलिस को देने के लिए रुपया कहां से आता था सवाल पर विस्फोटक कारोबारी का जवाब अधिकारियों ने क्रशर कारोबारी के भाई-भतीजे व पार्टनर को बुलाकर फिर की पूछताछ पुष्टि करने के लिए पार्टनर्स के बयान दोबारा रिकॉर्ड किए

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 06:53 AM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 06:53 AM (IST)
Mahoba Murder Case: एसआइटी के सवालों पर विस्फोटक कारोबारी का चौंका देने वाला बयान सुनकर टीम के सदस्य भी रह गए दंग
कबरई में दिवंगत इंद्रकांत के पाटर्नर बालकिशोर के आवास पर मौजूद पुलिस।

महोबा, जेएनएन। क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत मामले की जांच कर रही एसआइटी के सवाल पर विस्फोटक कारोबारी ने पुलिस की कलई खोलकर रख दी। बोला कि पुलिस फंसाने की धमकी देती थी तो व्यवस्था करके रुपया देना पड़ता था। इसके अलावा स्वजन, पार्टनर व अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए गए।

loksabha election banner

एसआइटी के सदस्य आइजी बनारस विजय सिंह मीना, डीआइजी विशेष जांच सदस्य शलभ माथुर, एसपी मानवाधिकार अशोक कुमार त्रिपाठी ने सोमवार को इंद्रकांत के पाटर्नर पुरुषोत्तम सोनी और बालकिशोर द्विवेदी तथा दिवंगत के साले बृजेश शुक्ला को बुलाया। इसके साथ ही अर्जुन सिंह , सत्यम सिंह, केशव सविता भी पुलिस लाइन तलब किए गए थे। देर शाम कारोबारी के भाई रविकांत त्रिपाठी और भतीजे शरद को भी एसआइटी ने बुलाया। बयान देकर आए विस्फोटक कारोबारी केशव सविता ने बताया कि अधिकारियों ने पूछा कि पुलिस अधिकारियों को देने के लिए इतना रुपया कहां से आता था। उन्हें बताया कि जब पुलिस फंसाने की धमकी देती थी तो व्यवस्था करके देना ही पड़ता था। रविकांत त्रिपाठी व शरद ने बताया कि पुराना घटनाक्रम पूछकर घर भेज दिया। कारोबारी के दोनों पाटर्नर से भी पूर्व में लिए गए बयान को दोबारा पूछा।

क्रशर व्यवसायी की मौत के तार नरैनी से जुड़े

बांदा : क्रशर व्यवसायी की मौत के बाद जहां फतेहगंज थाने के निलंबित सिपाही की भूमिका संदेह के दायरे में है, वहीं मामले के तार नरैनी कोतवाली के एक गांव से भी जुड़े होने का शक गहरा गया है। जांच में जुटी एसआइटी ने एक गांव में दस्तक दी और करीब दो घंटे तक पूछताछ की। हालांकि पुलिस महकमे के आलाधिकारी अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।

महोबा जनपद के कबरई कस्बे में क्रशर व्यवसायी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद फतेहगंज थाना बांदा के सिपाही अरुण यादव को निलंबित कर दिया गया था। सिपाही खनन व वाहनों के अवैध परिवहन में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहा था। रिश्तेदारों के डंपर व ट्रक चलवाने के साथ अपने अन्य करीबियों के वाहन पास कराने में भी मदद करता था। कबरई क्रशर से गिट्टी भरे वाहनों का परिवहन ज्यादातर सटे हुए बांदा जनपद से होता है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि एसआइटी की चार सदस्यीय टीम सोमवार दोपहर नरैनी कोतवाली के एक गांव में पहुंची और करीब दो घंटे तक ग्रामीणों से किसी के बाबत पूछताछ की। उसके बाद टीम लौट गई। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.