Mahamari Se Azadi : दादी परिवार बना जरूरतमंदों का पालनहार, आक्सीजन व खून उपलब्ध करा जिंदगियां बचा रहे समिति के सदस्य
श्री राणी सती दादी परिवार मंगल समिति के महामंत्री श्रीनाथ जालान ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एक समय ऐसा भी आया जब संक्रमित परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था कर पाना मुश्किल था। ऐसे परिवारों की मदद को दादी परिवार आगे आया।
कानपुर (अंकुश शुक्ल)। वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए समाज में कई हाथ बढ़े, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से जरूरतमंदों की हरसंभव मदद की। उनमें से ही एक श्री राणी सती दादी परिवार मंगल समिति रही। समिति का लाकडाउन से शुरू किया समाजसेवा का सफर अभी भी निरंतर चल रहा है। आइसोलेट परिवारों को नियमित भोजन के साथ ही प्लाज्मा व रक्तदान की व्यवस्था और आक्सीजन सिलिंडर व कंसंट्रेटर के जरिए लोगों के जीवन को सुरक्षित रखना दादी परिवार के नियमित कार्य में शामिल है।
श्री राणी सती दादी परिवार मंगल समिति के महामंत्री श्रीनाथ जालान ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एक समय ऐसा भी आया जब संक्रमित परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था कर पाना मुश्किल था। ऐसे परिवारों की मदद को दादी परिवार आगे आया। दादी परिवार के सदस्यों ने प्रशासन की मदद से संक्रमित परिवारों के घर तक बेहतर क्वालिटी का भोजन उपलब्ध कराया। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही आक्सीजन, रक्त व प्लाज्मा के लिए सेवा कर कई लोगों के जीवन को सुरक्षित किया गया, जो सेवा आज भी आक्सीजन कंसंट्रेटर के रूप में चल रही है। समिति के अध्यक्ष अखिल खेतान ने बताया कि संक्रमण काल के दौरान रक्त व प्लाज्मा की कमी से जूझ रहे लोगों की मदद को परिवार के सदस्यों ने पूरा किया। परिवार रक्तदान शिविर लगाकर अब भी जरूरतमंदों की मदद कर रहा है।
औषधालय व निश्शुल्क भोजन सेवा लगातार जारी : महामंत्री श्रीनाथ जालान ने बताया कि बिरहाना रोड स्थित औषधालय में होम्योपैथिक व एलोपैथिक डाक्टरों के जरिए महज दो रुपये में उपचार किया जा रहा है। साथ ही संक्रमण के चलते बेरोजगार हुए परिवारों की भूख मिटाने के लिए हर सप्ताह कैंप लगा बस्तियों तक भोजन पहुंचाया जा रहा है।
समिति द्वारा किए गए कार्य
- होम आइसोलेशन में रहने वाले नौ हजार परिवारों की भोजन की व्यवस्था कराई।
- प्लाज्मा डोनर बैंक के जरिए करीब सौ लोगों के लिए प्लाज्मा सुरक्षित किया।
- रक्तदान शिविर का आयोजन लगातार किया जा रहा है।
- 25 आक्सीजन सिलिंडर और पांच आक्सीजन कंसंट्रेटर के जरिए समाजसेवा निरंतर जारी है।