एन-95 को टक्कर देगा पांच रुपये का एम-95 मास्क, महज आठ हजार में तैयार होगा सैनिटाइजेशन गेट
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कोविड-19 इनोवेशन कांटेस्ट में छात्रों का आइडिया पसंद आया अब प्रोटोटाइप बनाने की तैयारी।
कानपुर, [समीर दीक्षित]। कोरोना संक्रमण काल में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के छात्र ने एक ऐसे मास्क का आइडिया दिया है जो महज पांच रुपये में उपलब्ध होगा। एम-95 नाम का ये मास्क खूबियों में एन-95 मास्क को टक्कर देगा। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की ओर से कोविड-19 इनोवेशन कांटेस्ट में इस आइडिया को दूसरा स्थान मिला। पहले स्थान पर सस्ता सैनिटाइजेशन गेट रहा, वहीं तीसरा स्थान लॉकडाउन ई-शॉपिंग एप को मिला। प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे आइडिया के लिए तीनों इनोवेटर को क्रमश: दस, पांच और तीन हजार रुपये का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।
कुलपति ने दी बधाई
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की ओर से कोविड-19 इनोवेशन कांटेस्ट का आयोजन किया गया था। इसमें तमाम छात्रों ने ऑनलाइन ही अपने आइडिया सबमिट किए थे। मंगलवार को ज्यूरी ने अपना फैसला सुनाया। सीएसजेएमयू की कुलपति नीलिमा गुप्ता ने कहा कि तीनों छात्रों को बधाई। आइडिया बेहद अच्छे हैं। इन्हें प्रोटोटाइप तैयार करने के लिए कहा गया है।
महज आठ हजार में सैनिटाइजेशन गेट
पहले स्थान पर बीटेक (मैटीरियल साइंस) अंतिम वर्ष के छात्र अभिषेक यादव का आइडिया रहा। अभिषेक ऐसा सैनिटाइजेशन गेट तैयार कर रहे हैं, जिसकी लागत महज आठ हजार रुपये आएगी। अभी तक बाजार में मिलने वाले गेट की 15 से 20 हजार रुपये आती है। उन्होंने बताया कि सैनिटाइजेशन गेट में नोजल के पास एक रबर का उपयोग कर रहे हैं। जो सैनिटाइजेशन को धुएं में परिवर्तित कर देगा। आमतौर पर ऐसा नहीं होता है।
लगातार यूज किया जा सकेगा मास्क
दूसरे स्थान पर बायोसाइंस एंड बायोटेक्नोलॉजी (बीएसबीटी) के तीसरे वर्ष के छात्र विकास का एम-95 मास्क का आइडिया रहा। विकास का दावा है कि ये मास्क महज पांच रुपये का होगा। इसके लिए भारत में ही बने फिल्टर का प्रयोग किया जाएगा जो एन-95 मास्क की खूबियों को टक्कर देगा। इसके फैब्रिक में ऐसा सॉल्यूशन इस्तेमाल किया जाएगा जो एंटी वायरस प्रॉपर्टी से लैस होगा। मास्क पर यदि घातक वायरस चिपकता है तो अपने आप ही नष्ट हो जाएगा। इसे लगातार यूज किया जा सकता है। बकौल विकास मास्क तैयार करने के लिए कई कंपनियों से बात चल रही है। एक दिन में इसके पचास लाख से अधिक पीस तैयार कराए जा सकते हैं। इसका पेटेंट कराने के बाद ही इसके बारे में विस्तार से बताया जाएगा।
लॉक़डाउन ई-शॉपिंग में घर बैठे खरीदें सामान
कांटेस्ट में तीसरे स्थान पर बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में पहले वर्ष के छात्र प्रांजल शर्मा का आइडिया रहा। वह लॉकडाउन ई-शॉपिंग एप तैयार कर रहे हैं। इसकी मदद से लोग घर बैठे ही शॉपिंग कर सकेंगे। इसमें क्षेत्रवार वेंडर्स, दुकानदारों की सूची होगी। समय-समय पर इसे अपडेट किया जाएगा।