कानपुर देहात में किशोरी को जलाकर मारने वाला गिरफ्तार, बताया; अवैध संबंध में बाधक बनने पर की हत्या
जिले के मंगलपुर गांव में विगत गुरुवार को किशोरी को जलाकर मार देने की घटना का खुलासा हुआ था। रविवार को पुलिस ने मुख्य आरोपित को पकड़ लिया। इसके बाद सख्ती से पूछताछ की गई। जिसमें उसने हत्या की बात को स्वीकारा।
कानपुर देहात, जेएनएन। जनपद में विगत गुरुवार को दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया गया था। दरअसल, घटना कुछ यूं थी कि मंगलपुर के एक गांव निवासी किसान की बेटी बुधवार रात घर के बाहर छोटी बहन के साथ चारपाई पर लेटी थी। बगल में दूसरी चारपाई पर उसकी दादी लेटी थीं। गुरुवार सुबह जब सभी लोग सोकर उठे तो किशोरी को वहां नहीं पाया। उसके दस वर्षीय भाई को घर से करीब दो सौ मीटर दूर बाग में बहन का शव मिला। सीने, गर्दन, बाएं तरफ चेहरे व पैर पर जले का निशान था। यह देख परिवार के होश उड़ गए। पुलिस जांच कर रही थी कि खड़ंजा मार्ग पर एक चारपाई पड़ी मिली, जिसकी थोड़ी सी रस्सी जली हुई थी। इस पूरे मामले के बाद से ही गांव में दहशत का माहौल था। परंतु रविवार को किशोरी की निर्मम हत्या मुख्य आरोपित पुलिस की पकड़ में आ गया और वारदात को अंजाम देने की वजह बताई।
पहले घोंटकर मारने का किया था प्रयास: बुधवार रात मंगलपुर में घटना को अंजाम देने वाले आरोपित ने पुलिस कई बातें बताईं। हालांकि पुलिस ने जांच शुरू की थी तो किशोरी की किसी करीबी का गांव के एक व्यक्ति से अवैध संबंध का पता चला। इस आरोपित के घर का रास्ता घटनास्थल के पास ही था। उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उक्त किशोरी ने अपनी करीबी को उसके (हत्या के आरोपित) के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। किशोरी के द्वारा लोगों को यह बात बता देने के डर से वह गांव में बाहर निकल पा रहा था। तभी उसे किशोरी की हत्या की सूझी और बुधवार रात शराब पीने के बाद देर रात उस किशोरी को ले गया। फिर गला घोंटकर हत्या कर दी, लेकिन असंतुष्ट होने पर आरोपित ने शव को जलाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहा। जिसके बाद वह घर आ गया। आरोपित का कहना था कि नशे में होने के कारण उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था और वह सोया भी नहीं।
इनका ये है कहना: एसपी केशव कुमार चौधरी ने बताया कि हत्यारोपित को पकड़ लिया गया है, लेकिन किशोरी के जिस करीबी के साथ युवक के अवैध संबंध होने की बात सामने आई है वास्तव में वो इस हत्याकांड में शामिल है या नहीं यह कह पाना थोड़ा मुश्किल है। क्योंकि अभी ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।