कंपनियों के खाते पता लगाने के लिए बैंकों को भेजा पत्र
जागरण संवाददाता कानपुर शूटिग रेंज की भूमि पर कब्जा और उन पर प्लॉटिग करने के मामल
जागरण संवाददाता, कानपुर : शूटिग रेंज की भूमि पर कब्जा और उन पर प्लॉटिग करने के मामले में पुलिस ने रीयल एस्टेट कंपनियों के खिलाफ जांच तेज कर दी है। जिन तीन कंपनियों के नाम सामने आए हैं, गुरुवार को उनके खातों का पता लगाने के लिए पुलिस ने लीड बैंक समेत 34 बैंकों के अधिकारियों को पत्र भेजा है। जल्द ही उनके खाते फ्रीज कराए जाएंगे।
कटरी के शंकरपुर सराय में शूटिग रेंज की भूमि पर 40 से ज्यादा प्लॉट काटकर उनकी बिक्री की गई थी। इसमें तीन रीयल एस्टेट कंपनियों से प्लॉट खरीदे जाने की बात सामने आई है। हिस्ट्रीशीटर रामदास के बेटे और कंपनी प्रोपराइटरों व उनके स्वजन के खाते फ्रीज कराए जा चुके हैं। सीओ कर्नलगंज दिनेश शुक्ला ने बताया कि आरोपितों के फरार होने के कारण कंपनियों के खातों की जानकारी नहीं मिल सकी है। लिहाजा लीड बैंक समेत 34 बैंकों के अधिकारियों को पत्र भेजकर जानकारी मांगी गई है।
रामदास पर घोषित होगा 50 हजार का इनाम
गुरुवार को पुलिस ने फरार रामदास के खिलाफ इनाम की राशि बढ़वाने और अन्य आरोपितों के खिलाफ इनाम घोषित कराने के लिए पत्र भी भेजा है। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि रामदास पर इनाम की राशि बढ़वाकर 50 हजार कराई जाएगी। अन्य आरोपितों के खिलाफ 25 हजार का इनाम घोषित कराया जाएगा।
दस्तावेजों में हिस्ट्रीशीटर का नाम खंगाल रही पुलिस
जासं, कानपुर : पुलिस हिस्ट्रीशीटर रामदास के खिलाफ लिखापढ़ी में सुबूत नहीं ढूंढ़ सकी है। गवाहों के अलावा अब तक कोई दस्तावेजी साक्ष्य नहीं मिला है, जिसमें रामदास का नाम लिखा हो। इसी तरह उसके लड़के राजेंद्र का भी जमीनों की लिखापढ़ी में नाम नहीं मिला है। इसी वजह से बुधवार को राजेंद्र को कोर्ट से जमानत मिल गई थी। थाना प्रभारी रामबाबू सिंह ने बताया कि रामदास, उसका बेटा और अन्य गुर्गे रीयल एस्टेट कंपनियों के प्रोपराइटरों को जमीन पर कब्जा दिलवाने और बिकवाने में सहयोग करते थे। इसमें कुछ फीसद कमीशन लेते थे। कई लोगों ने इस बात की गवाही दी है।