आयुष्मान योजना में कोठी-बंगले वाले भी 'गरीब'
आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन योजना का स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को आगाज कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन योजना का स्वास्थ्य विभाग की आरे से आगाज रविवार को हुआ। नगरीय क्षेत्र के 110 वार्डो में हुई खुली बैठक में गरीबों की सूची में कोठी-बंगलों व लग्जरी वाहन स्वामी का नाम शामिल होने से गरीबों व असहायों को लाभान्वित करने की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं। सर्वाधिक ऐसे रहे जो सूची में नाम जुड़वाने आए। ऐसा संभव नहीं होने पर पार्षदों ने आगाज को फ्लाप शो करार दिया, कई जगह प्रदर्शन भी हुए। वहीं नगर निगम के वार्ड-33 विजय नगर में खुली बैठक से योजना का आगाज कबीना मंत्री को करना था, सूची में गड़बड़ी की वजह से उन्होंने ने किनारा कर लिया।
वार्ड-33 में सूची मिलान के लिए रविवार को विजय नगर के केडीए बरातशाला में खुली बैठक हुई। वार्ड का क्षेत्र डबल पुलिया से गंदा नाला तक है। स्वास्थ्य विभाग से मिली 167 पन्ने की सूची में असहाय, गरीब एवं आश्रयहीन के नाम नहीं हैं। अंबेडकर नगर में रहने वालों का अपना घर नहीं है, ठेलिया-खोमचा लगाकर गुजर बसर करते हैं, लेकिन सूची में उनका नाम नहीं है। वहीं जे-2 के लोगों के नाम हैं, जो संपन्न हैं। इनमें कई सरकारी सेवा से सेवानिवृत व टैक्स भरने वाले हैं। आधी-अधूरी तैयारी से योजना लांच की गई है। सूची में भी कइयों के नाम गायब हैं, इसे दूर किया जाए। ऐसा नहीं करने पर पात्र लोग योजना के लाभ से वंचित रह जाएंगे। बैठक में डॉ. माला सिंह, एएनएम, आशा कार्यकत्री, विजय मिश्र, दीपक तिवारी व चंदन शुक्ला समेत कई लोग मौजूद रहे।
वहीं वार्ड 25 नवीन नगर (काकादेव) की सूची में भी तमाम गड़बड़ी रही। खुली बैठक में पार्षद कविता सिंह को सूची में संपन्न लोगों के नाम होने की जानकारी हुई। पार्षद पति महेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि सूची में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता, आबकारी अधिकारी, कोठी वाले, सांसद के भाई, बिल्डर, विधानसभा का चुना लड़ने वालों, लग्जरी वाहन रखने वालों के नाम हैं। वार्ड में पात्र लाभार्थी 1346 है, जबकि स्वास्थ्य विभाग से मिली सूची में 191 के ही नाम हैं। वहीं वार्ड 91 शास्त्री नगर के पार्षद राघवेंद्र मिश्र ने बताया कि 1052 की सूची मिली थी। बड़ी संख्या में पात्रों के नाम गायब हैं। आधे से अधिक लोग सर्वोदय नगर वार्ड में चले गए हैं। वहां के पार्षद नीरज बाजपेई को सूची दे दी थी। यह वार्ड सूची में गड़बड़ी के नजीर हैं। कमोवेश यही हाल सभी वार्डो का रहा। हजारों अपात्र सूची में शामिल हैं, जबकि लाखों गरीब-असाहय का नाम नहीं हैं।
विलंब से शुरू हुई बैठक
कई वार्डो में सूची व कर्मचारी विलंब से पहुंचे। इस वजह से खुली बैठक विलंब से शुरू हो सकी। अत्याधिक गर्मी व धूप की वजह से भी लोग कम आए।
आंगनबाड़ी का नहीं मिला सहयोग
सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि खुली बैठक में स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई थी। नगर निगम का पूरा सहयोग रहा, लेकिन कई जगह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नहीं पहुंचे। इससे जिलाधिकारी को अवगत करा दिया है।
घर-घर जाकर अभियान 4 जून तक
सभी वार्डो में आशा, एएनएम एवं नगर निगम के कर्मचारी 28 मई से 4 जून तक घर-घर जाकर पात्रों का सत्यापन करेंगे। किसी बिटिया की शादी, परिवार में किसी की मृत्यु या किसी बच्चे का जन्म होने पर उसका नाम सूची में जोड़ा जाएगा।
बोले जिम्मेदार
सभी वार्डो से शिकायतें मिली हैं कि सूची में बड़ी संख्या में जरूरतमंद व गरीबों के नाम ही नहीं हैं। संपन्न व टैक्स भरने वालों के नाम सूची में हैं। बैठक में अधिकतर लोग सूची में नाम जुड़वाने के लिए आए, लेकिन यह संभव नहीं है। बैठक में आई समस्याओं की रिपोर्ट शासन को भेजी है।
- डॉ. अशोक शुक्ला, सीएमओ। - 110 नगर निगम के वार्ड
- 73 नगर पंचायतों के वार्ड
- तीन लाख शहरी क्षेत्र की सूची में
- वर्ष 2011 की बीपीएल सूची के पात्र