अन्नकूट महोत्सव पर गोवर्धन पूजा करने से घर में नहीं होती धन-धान्य की कमी, जानिए क्या है विधान
दीपावली के दूसरे दिन घरों और मंदिरों में मनाया जाएगा अन्नकूट महोत्सव। इस दिन पूजन से श्री हरि की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
कानपुर (जागरण स्पेशल) भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए अन्नकूट महोत्सव अवश्य मनाना चाहिए। दीपावली के दूसरे दिन गुरुवार को अन्नकूट महोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर पूजन करने वाले भक्त के घर में धन धान्य की कमी नहीं होती है। भक्त श्रीहरि विष्णु और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा के सहज ही पात्र बन जाते हैं।
छप्पन भोग अवश्य समर्पित करें
भारतीय ज्योतिष परिषद के अध्यक्ष केए दुबे पद्मेश का कहना है कि अन्नकूट महोत्सव के दिन भगवान श्रीकृष्ण को छप्पन भोग अवश्य अर्पित करें। गाय का पूजन अर्चन करें, उनको नहलायें और फिर मस्तक पर तिलक चंदन लगायें। ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण के साथ श्रीहरि विष्णु भी प्रसन्न होंगे, जो लोग गोर्वधन का पूजन करते हैं उनके जीवन में कभी दुख नहीं आता।
पूजन का विधान
अन्नकूट महोत्सव पर प्रात: गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाएं। विविध प्रकार के पुष्पों, लताओं आदि से उसे सजा दें और फिर संध्या काल में गोवर्धन पर्वत का पूजन धूप, दीप, नैवेद्य, जल, फल, फूल, खील, बतासा आदि से करें। आरती के उपरांत गोवर्धन जी की सात परिक्रमा करें और भगवान श्रीकृष्ण का जयघोष करें। परिक्रमा करते समय एक हाथ में जल का लोटा लेकर चलें। दूसरे लोग खील लेकर चलें, लोटे से थोड़ा-थोड़ा जल गिराते हुए चलें। परिक्रमा पूरी होने के बाद उसमें जौ की बुआई करें। इसमें दूध, दही, गंगाजल, शहद, बतासा आदि पूजन करते समय डाल दें।