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हार्ट अटैक से पहले शरीर देता है संकेत, इस तरह भांप सकते खतरा

शरीर के संकेतों को पहचान कर खतरे से पहले चिकित्सक के पास पहुंचकर उपचार कराएं।

By AbhishekEdited By: Published: Tue, 04 Dec 2018 02:32 PM (IST)Updated: Fri, 07 Dec 2018 11:59 AM (IST)
हार्ट अटैक से पहले शरीर देता है संकेत, इस तरह भांप सकते खतरा
हार्ट अटैक से पहले शरीर देता है संकेत, इस तरह भांप सकते खतरा

कानपुर, जेएनएन। हार्ट अटैक यानि दिल का दौरे (हृदयाघात) से पहले शरीर संकेत देने लगता है। दिल के दौरे के लक्षण पहचान कर खतरे को टाला जा सकता है। सर्दियां शुरू हो गईं हैं, ऐसे में दिल के पुराने मरीज सतर्कता बरतना शुरू करे दें। हार्ट अटैक के लक्षण सभी में एक तरह के नहीं होते हैं। कइयों में सीने में तेज दर्द होता है, जबकि कुछ को बहुत कम दर्द होता है। महिलाओं, बुजुर्गों और मधुमेह पीडि़तों को दर्द ही नहीं होता है। ऑक्सीजन युक्त रक्त में रुकावट एवं हृदय को ऑक्सीजन न मिलने से मांसपेशियां नष्ट होने लगती हैं, ऐसे में हार्ट अटैक पड़ता है।

रक्त प्रवाह में अवरोध
वसा, कोलेस्ट्राल और अन्य पदार्थों के कारण हृदय तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियों (कोरोनरी आर्टरी) में प्लेक (एक प्रकार का चिपचिपा पदार्थ) जम जाता है। इसकी वजह से रक्त प्रवाह में रुकावट आती है। दिल को रक्त एवं ऑक्सीजन ठीक से नहीं मिल पाता है।
हार्ट अटैक के कारण
दिल की एक या उससे अधिक कोरोनरी धमनियों में रुकावट से दिल का दौरा पड़ता है। धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमने से धमनियां सिकुड़ जाती हैं। इसकी वजह से दिल के दौरे पड़ते हैं। जिसमें प्लेक फटने से कोलेस्ट्राल और अन्य पदार्थ फैलने से खून का थक्का बनने से दिल में रक्त की सप्लाई बंद हो जाती है।
नशे के सेवन से धमनियों में ऐंठन से दिल का दौरा
तंबाकू, धूमपान और नशीले पदार्थों (ड्रग्स) के सेवन से दिल की कोरोनरी धमनियों में जानलेवा ऐंठन होती है। इससे दिल की मांसपेशियों तक रक्त प्रवाह में रुकावट होती है। ऐसे में दिल की धमनी फटने (स्पोटेनियस कोरोनरी आर्टरी डाइसेक्शन) दौरा पड़ सकता है।

दिल के दौरे के लक्षण
-छाती या बाहों पर दबाव।
-सीने में जकडऩ या दर्द होना।
-गले, जबड़े और पीठ तक फैलाव।
-मिचली, अपच, सीने में जलन।|
-सांस लेने में दिक्कत।
-ठंड में पसीना आना।
-थकान, चक्कर आना।
ऐसे कम करें खतरा
-दिल को स्वस्थ रखने के लिए हृदय रोग विशेषज्ञ की सलाह मानें।
-भोजन में हरी सब्जियों और मौसमी फलों को शामिल करें।
-वजन को भी नियंत्रित रखें।
-धूमपान और तंबाकू पदार्थों से परहेज करें।
-रोजाना नियमित तौर पर योग-व्यायाम करें।
-बेवजह तनाव से बचें।
-ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल-मधुमेह नियंत्रित रखें।
-नियमित मधुमेह की जांच कराएं।
हृदय रोगियों के लिए परहेज
-दिल का दौरा पडऩे के 2-3 हफ्ते तक यौन संबंध न बनाएं।
-तंबाकू पदार्थ व धूमपान का सेवन न करें।
-तली-भूनी सब्जियां या मांस न खाएं।
-शीतल या अन्य पेय के सेवन से बचें।
-भोजन में अधिक नमक का सेवन न करें।

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इनको हार्ट अटैक का खतरा अधिक
45 की उम्र के पुरुषों और 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को हार्ट अटैक का खतरा अधिक रहता है। अगर तंबाकू या धूमपान करते हैं या उनके साथ रहते हैं तो खतरा और बढ़ जाता है। उच्च रक्तचाप में रक्त नलिकाएं क्षमिग्रस्त होती हैं। खासकर हाइ बीपी, मोटापा, धूमपान, कोलेस्ट्रॉल और शुगर यह सब होने पर खतरा कई गुणा बढ़ जाता है। हृदय रोग संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एके सिन्हा कहते हैं कि दिल के धमनियों में रुकावट से ऑक्सीजन युक्त रक्त हार्ट तक नहीं पहुंचता है। ऐसे में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। सर्दियों में शारीरिक श्रम कम होने से दिक्कत बढ़ जाती है। पुराने मरीज विशेषज्ञ चिकित्सक से मिलकर दवा की डोज निर्धारित करा लें।


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