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जानिए कौन हैं भाजपा प्रवक्ता पर जूता फेंकने वाले डॉ. शक्ति भार्गव

साढ़े चार माह पहले आयकर ने मारे थे घर व अस्पताल पर छापे उनके व उनकी मां के पास मिली थी 1.42 लाख रुपये की पुरानी करेंसी।

By AbhishekEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 03:11 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 10:19 AM (IST)
जानिए कौन हैं भाजपा प्रवक्ता पर जूता फेंकने वाले डॉ. शक्ति भार्गव
जानिए कौन हैं भाजपा प्रवक्ता पर जूता फेंकने वाले डॉ. शक्ति भार्गव
कानपुर, जागरण संवाददाता। दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव पर जूता फेंकने वाले डॉ. शक्ति भार्गव के घर और अस्पताल पर आयकर विभाग ने अभी करीब साढ़े चार माह पहले छापा मारा था। छापे की यह कार्रवाई कई दिन चली थी। इस कार्रवाई में उनका सिविल लाइंस स्थित अस्पताल, अस्पताल परिसर के साथ मौजूद भाई के घर और एक रीयल इस्टेट कंपनी पर भी आयकर विभाग ने छापे मारे थे। आयकर विभाग को छापे में डॉ. शक्ति भार्गव और उनकी मां डॉ. दया भार्गव के पास से 1.42 लाख रुपये की पुरानी बंद हो चुकी करेंसी मिली थी।
इसको लेकर आयकर विभाग डॉ. भार्गव के खिलाफ ग्वालटोली और डॉ. दया भार्गव के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट भी दर्ज करा चुकी है। आयकर विभाग की टीम ने 30 नवंबर 2018 की शाम को डॉ. शक्ति भार्गव के तिलक नगर स्थित आवास व सिविल लाइंस स्थित भार्गव हास्पिटल पर छापा मारा था। अस्पताल परिसर में ही उनके भाई व मां दया भार्गव रहते हैं। छापे के दौरान आयकर विभाग को डॉ. शक्ति भार्गव के घर से एक लाख रुपये की पुरानी करेंसी मिली थी वहीं सिविल लाइंस में डॉ. दया भार्गव की अलमारी से 42 हजार रुपये की पुरानी करेंसी मिली थी।
जांच में आयकर अधिकारियों के हाथ डॉ. शक्ति भार्गव के आठ करोड़ रुपये के निवेश के कागज लगे। अधिकारियों के अनुसार यह निवेश रीयल इस्टेट से जुड़ी स्काईलाइन प्राइवेट लिमिटेड में किया गया था। इसमें अनूप अग्र्रवाल उनके सहयोगी थे। आयकर अधिकारियों ने पता किया था तो जानकारी मिली थी कि अनूप अग्र्रवाल रीयल इस्टेट के कारोबार से जुड़े रुद्रा ग्र्रुप के प्रबंध निदेशक थे। आयकर उनके तिलक नगर स्थित आवास के साथ ही लखनऊ और वाराणसी आफिस में भी छापा मारा था।
दोनों भाइयों के मिले थे सात बैंक लॉकर
आयकर विभाग को दोनों भाइयों के सात लॉकर मिले थे। इसमें दो लॉकर इलाहाबाद बैंक, दो कोटक मङ्क्षहद्रा, तीन बैंक आफ बड़ौदा में हैं। उस समय इन लॉकर में एक करोड़ रुपये नकदी होने की बात स्वीकार की गई थी।
किसी ने नहीं किया था सरेंडर
आयकर विभाग के इस छापे में किसी ने भी कोई अघोषित धन सरेंडर नहीं किया था। इस छापे के दौरान आयकर ने कुल सात स्थानों पर कार्रवाई की थी।
बीआइसी के बंगले के बारे में भी हुई थी पूछताछ
डॉ. शक्ति भार्गव ने बीआइसी के तीन बंगले अपने परिजनों के नाम से खरीदे हैं। आयकर अधिकारियों ने डॉ. भार्गव से पूछा थी कि इन बंगलों की खरीदारी के लिए वे धन कहां से लाए। किसने उन्हें इतना पैसा दिया।
दिल्ली तक की गई जांच
इस मामले की जांच के लिए आयकर अधिकारियों ने दिल्ली तक को खंगाल लिया था। कुछ कनेक्शन को तलाशने के लिए वहां तक की टीम का सहारा लिया था।
आयकर को ये सब मिला था
- शक्ति भार्गव के घर से 28 लाख रुपये, 50 लाख के जेवर, हीरों का एक हार।
- डॉ. शक्ति भार्गव के आवास से एक लाख रुपये की पुरानी करेंसी।
- डॉ. दया भार्गव के घर से 42 हजार रुपये की पुरानी करेंसी।
- दोनों भाइयों के इलाहाबाद बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, कोटक मङ्क्षहद्रा बैंक में सात लॉकर।
- डॉ. शक्ति भार्गव के आठ करोड़ रुपये के निवेश के कागज।
- डॉ. शक्ति भार्गव द्वारा स्टर्लिंग मेडिकल प्राइवेट लिमिटेड, भार्गव हास्पिटल्स, स्टर्लिंग पैथालॉजी, भार्गव हेल्थ केयर, भार्गव पैथालॉजी फर्मों का संचालन।
- डॉ. शक्ति के परिजनों द्वारा बीआइसी के तीन बंगले 11.5 करोड़ में खरीदने के कागज।
- रुद्रा ग्र्रुप के एमडी अनूप अग्र्रवाल के वाराणसी आफिस से 50 लाख, कानपुर आफिस से 20 लाख, घर से पांच लाख रुपये मिले।  

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