रेलवे वर्कशॉप में घायल हुए कर्मचारी ने तोड़ा दम, स्वजन ने शव रखकर किया हंगामा
ट्रेन की बोगी की मरम्मत करते समय हुआ 11 सितंबर को हुआ था हादसा।
कानपुर, जेएनएन। फजलगंज में रेलवे की सिकलाइन में सात दिन पूर्व हादसे में घायल हुए 55 वर्षीय कर्मचारी घनश्याम पाल की गुरुवार देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई। शुक्रवार शाम पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों ने ठेकेदार व सुपरवाइजर पर घनश्याम को बिना सुरक्षा उपकरण दिए काम कराने और घायल होने के बाद भी इलाज न कराने का आरोप लगाकर हंगामा किया। पुलिस ने आकर स्वजनों को शांत कराया।
फजलगंज के गड़रियनपुरवा निवासी घनश्याम के परिवार में उनकी पत्नी फूल दुलारी और पांच बच्चे इंद्रकुमार, मोनू, शुभम, सीमा और रीशू हैं। पुलिस के मुताबिक घनश्याम रेलवे के ठेकेदार विमलेश यादव के बुलाने पर काम करने गए थे। बेटे इंद्रकुमार ने बताया कि 11 सितंबर को पिता अन्य कर्मचारियों के साथ सिकलाइन में ट्रेन का डिब्बा जोड़ रहे थे। इस दौरान वह दो डिब्बों के बीच फंसकर घायल हो गए थे। हादसे के बाद ठेकेदार ने सुपरवाइजर के जरिए उन्हें सात सौ रुपये दिहाड़ी देकर घर भेज दिया।
ठेकेदार, सुपरवाइजर पर लगाया लापरवाही का आरोप
गुरुवार देर रात पिता की हालत बिगडऩे पर स्वजन उन्हें हैलट अस्पताल लाए, जहां देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई। शुक्रवार को स्वजनों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार व सुपरवाइजर अगर उन्हें अस्पताल में भर्ती करा देते तो समय से इलाज मिल जाता और घनश्याम की जान बच जाती। उन्होंने सिक लाइन में शव रखकर हंगामा किया। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा दिलाकर शांत कराया। थानाप्रभारी अमित तोमर ने बताया कि स्वजनों ने हादसे के लिए ठेकेदार व सुपरवाइजर पर आरोप लगाए हैं। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।