अगले वित्तीय वर्ष में स्वीकृत होगा किदवई नगर के कायाकल्प के लिए बजट, भेजा गया 16 करोड़ का एस्टीमेट
ई दिनों तक पानी भरा रहने से सब्जी मंडी नहीं लगती और आढ़ती अपनी दुकानें नहीं खोल पाते हैं। इससे उन्हेंं आर्थिक रूप से चोट पहुंचती है। सुनील ने बताया कि कई वर्ष से हैंडओवर के लिए प्रयास किया जा रहा है। अब जाकर हैंडओवर की प्रक्रिया में तेजी आई
कानपुर, जेएनएन। कई वर्षों से खस्ताहाल में पड़ी किदवई नगर ओ ब्लॉक सब्जी मंडी के कायाकल्प के लिए केडीए में भेजा गया प्रस्ताव में वित्तीय वर्ष में बजट मिलने की उम्मीद है। इसके बाद ही पांच हजार लोगों को गंदगी से निजात मिलेगी। वहीं, केडीए के अभियंता का कहना है अगले वित्तीय वर्ष में स्वीकृत मिलने की उम्मीद है। पार्षद सुनील कन्नौजिया ने बताया कि केडीए द्वारा नगर निगम व जलकल को कॉलोनी हैंडओवर न होने की वजह से कॉलोनी में सीवर का पानी भरा हुआ है। सड़कें टूटी पड़ी हैं। इलाके में हमेशा कीचड़ बना रहता है।
वाहन सवार को निकलने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इलाके में सुबह बड़ी सब्जी मंडी लगती है। यहां पर दूर-दूर से लोग सब्जी लेने आते हैं। सीवर की बदबू से सभी प्रभावित हैं। बारिश में तो यहां पैदल तो छोड़ो, वाहन से भी निकलना मुश्किल है। कई दिनों तक पानी भरा रहने से सब्जी मंडी नहीं लगती और आढ़ती अपनी दुकानें नहीं खोल पाते हैं। इससे उन्हेंं आर्थिक रूप से चोट पहुंचती है। सुनील ने बताया कि कई वर्ष से हैंडओवर के लिए प्रयास किया जा रहा है। अब जाकर हैंडओवर की प्रक्रिया में तेजी आई है। वहीं, जलकल अधिशाषी अभियंता प्रमोद कुमार जौहरी ने बताया कि अभी वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है।
भेजा गया था रिवाइज एस्टीमेट
जलकल और नगर निगम द्वारा केडीए को 30 करोड़ रुपये का एस्टीमेट भेजा गया था। बजट देखकर केडीए के अभियंता दंग रह गए थे। इसके बाद पार्षद के साथ अभियंताओं ने निरीक्षण किया था। इसके बाद तय हुआ कि जो टूटी नालियां व पाइप और सड़कों नए सिरे से बनाकर उनकी भी मरम्मत कराई जाए। इसपर सभी अधिकारियों ने मुहर लगाई थी। इसके बाद संशोधित एस्टीमेट भेजा गया था।