सपा-बसपा की बीमारी से ग्रस्त अफसरों की बना लें सूची, चुनाव बाद कर देंगे ठीक
बूथ सम्मेलन में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कार्यकर्ताओं को किया आश्वस्त, बोले अभी सिर्फ लोकसभा चुनाव पर ध्यान लगाएं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। सरकारी अधिकारियों से खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व कानपुर के प्रभारी केशव प्रसाद मौर्या ने विश्वास जगाया कि लोकसभा चुनाव के बाद कोई भी अधिकारी कार्यकर्ता की उपेक्षा नहीं कर सकेगा। उन्होंने साफ कहा कि प्रदेश में कई ऐसे अधिकारी हैं जिनमें सपा, बसपा की बीमारी है। अभी इन अधिकारियों के नामों की सूची बनाकर रख लें। चुनाव बाद इनकी बीमारी दूर की जाएगी।
निराला नगर स्थित बूथ सम्मेलन में उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता कहते हैं कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते लेकिन 2014 और 2017 के चुनाव में प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार थी। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की मानसिकता सपा, बसपा से जुड़ी है। कार्यकर्ता अभी पूरी तरह लोकसभा चुनाव पर ध्यान लगाएं। जो अधिकारी या कर्मचारी निष्पक्षता से काम न कर रहा हो, उससे कुछ न कहें, सिर्फ उनकी सूची बनाकर रख लें। चुनाव के बाद चाहे यह सूची जिलाध्यक्ष को दे दें या सीधे उन्हें ही पहुंचा दें। चुनाव के बाद ऐसे किसी अधिकारी, कर्मचारी को रहने नहीं देंगे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष को डर सता रहा है कि 2019 में फिर मोदी सरकार आ जाएगी। उनके अनुसार यह दलों का नहीं भ्रष्टाचार करने वालों का गठबंधन है। उनके मन में डर पैदा हो गया है कि मोदी फिर आ गए तो हर बेईमान को दंड देने का काम करेंगे। ये बेईमान किसी गरीब का दर्द नहीं समझते। उनके मुताबिक अखिलेश यादव को सैफई महोत्सव पसंद आता था लेकिन उन्हें कभी कुंभ पसंद नहीं आया। अयोध्या, चित्रकूट महोत्सव भी उन्हें पसंद नहीं आया।
कहा, भाजपा के पक्ष में लहर है और यह लहर विपक्ष पर कहर बनकर टूटनी बननी चाहिए। श्री मौर्या ने कहा कि आज विपक्षी कह रहे हैं कि मोदी और योगी ने कुछ नहीं किया। अगर उन्होंने कुछ नहीं किया तो विपक्षी दल अकेले लडऩे की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पा रहे। बेसहारा गोवंश पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गाय की गर्दन पर छुरी चलने से रोकी। अब 15 दिन में ऐसे ढाई लाख गोवंश को रखने की व्यवस्था की जाएगी। इसमें न सिर्फ उनका पोषण होगा, वरन इससे किसानों की फसल बचाने का काम भी करेंगे।