Kanpur Weather Update: इस सीजन की सबसे ठंडी शनिवार की रात, न्यूनतम पारा पहुंचा 4.2 डिग्री सेल्सियस
बर्फीली हवा उत्तर भारत के पहाड़ों से होकर अगले दो तीन दिनों तक इसी तरह बनी रहेंगी जिससे भीषण ठंड के आसार बन रहे हैं। आने वाले दिन भी ठंडे होने से गलन और बढ़ जाएगी। अधिकतम तापमान में भी गिरावट आने के आसार बने हुए हैं।
कानपुर, जेएनएन। बीते एक सप्ताह से पारा नीचे गिरने से ठंड बढ़ती ही जा रही है। पहाड़ों पर बर्फबारी से हवा में गलन का असर दिखाई देने लगा है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान लगातार नीचे जाने से अभी दो से तीन दिन भीषण ठंड की संभावना बनी है। मौसम विभाग ने कानपुर समेत 40 शहरों में अत्यधिक सर्दी पड़ने का अलर्ट जारी कर दिया है। शहर में शनिवार की रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही है, जिससे न्यूनतम तापमान गिरकर 4.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। अधिकतम तापमान भी गिरने के आसार हैं, शुक्रवार की रात को पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ था।
बीती रात में कोहरे व धुंध की ने शहर को अपनी आगोश में ले लिया और रविवार को कोहरे की चादर ओढ़कर दिन निकला। दिन चढ़ तो चादर हल्की हुई लेकिन सर्द हवाओें ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया। आसमान साफ होेेने के साथ पांच से सात किलोमीटर की रफ्तार से चलीं सर्द हवाओं ने कंपकपी छुड़ा दी। बुजुर्गों के लिए इस कड़ाके की ठंड में लिहाफ व कंबल नाकाफी साबित हो रहे हैं।
ऐसे में हीटर, ब्लोवर व अलाव ही इससे निजात पाने के साधन बन गए हैं। मौसम विभाग की मानें तो बारिश की संभावना नहीं है लेकिन बीच-बीच में हल्की धुंध व कोहरा छाया रहेगा। आने वाले दिन भी बेहद ठंडे हो जाएंगे और क्रिसमस का दिन पारा वर्तमान की अपेक्षा पांच डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क सकता है। वर्तमान में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के करीब आ गया है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि कैस्पियन सागर से ठंडी हवा लगातार आ रही है, जबकि चक्रवाती हवाओं की वजह से वातावरण में पहले से ही नमी बनी हुई है। मध्य प्रदेश के ऊपर कई दिनों तक सक्रिय रहा विपरीत हवा का क्षेत्र भी तापमान के उतार चढ़ाव में लगा रहा है। इसकी वजह से भी नमी बनी हुई है।
बर्फीली हवा उत्तर भारत के पहाड़ों से होकर अगले दो तीन दिनों तक इसी तरह बनी रहेंगी, जिसके चलते मैदानी क्षेत्रों में भीषण ठंड पड़ेगी। हवा की रफ्तार भले ही कुछ कम हो गई है, लेकिन गलन बरकरार है। बर्फीली हवा की गति के रुकने पर 22 दिसंबर से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। 23 से 24 दिसंबर से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में काेहरा पड़ने के आसार हैं।
गर्म पेय पदार्थों का सहारा
कड़ाके की ठंड में स्वेटर, मफलर, टोपी व दस्ताने भी नाकाफी साबित हो रहे हैं। ऐसे में राहगीरों को गर्म पेय पदार्थों का सहारा है। किसी काम से बाहर निकलने वालों के लिए चाय, काफी व सूप ठंड से निजात पाने का साधन बन गए हैं। राह में जहां भी उन्हें अलाव दिख रहे हैं, वहां पर रुककर कुछ पल आग में हाथ सेंकने के बाद बढ़ रहे हैं।