Kanpur Weather Forecast: तेज बारिश ने कराया ठंडक का अहसास, बिजली गिरने की जताई जा रही संभावनाA
Kanpur Weather Forecast सीएसए के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना हुआ निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है। चक्रवाती परिसंचरण उसी क्षेत्र में बना हुआ है।
कानपुर, जेएनएन। Kanpur Weather Forecast शहर भर में रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां गर्मी से राहत दिलाई तो वहीं कुछ जगह जलभराव की स्थिति बना दी। दरअसल, शुक्रवार को तड़के से ही बूंदाबांदी होनी शुरू हो गई थी जो कि सुबह दस बजे पूरी तरह से रुकी। इसके बाद करीब 11:30 बजे धूप निकलना शुरू हुई, हालांकि दाेपहर एक बजे हुई जोरदार बारिश ने उमस से राहत दिलाने का काम किया। इस बीच यातायात सुचारू रूप हुआ ही था कि अचानक चार बजे मानसूनी सिस्टम के बने रहने के कारण फिर बारिश शुरू हो गई। जहां अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई तो वहीं, हवा की गति भी सामान्य से तेज रही।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना हुआ निम्न दबाव का क्षेत्र अब कमजोर हो गया है। चक्रवाती परिसंचरण उसी क्षेत्र में बना हुआ है और इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों की ओर बढ़ने की उम्मीद है। एक ट्रफ रेखा विदर्भ से तेलंगाना और तमिलनाडु के तटीय इलाकों तक फैली हुई है। मानसून की ट्रफ गंगानगर, अलवर, ग्वालियर, सीधी, जमशेदपुर, दीघा और फिर पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। अगले 24 घंटे के दौरान पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, उत्तराखंड, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। झारखंड, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, सौराष्ट्र और कच्छ में हल्की बारिश संभव है।
बिजली गिरने की संभावना: डा. पांडेय के मुताबिक कानपुर मंडल के सहित पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। अरब सागर से आने वाली नम हवा उत्तर भारत तक आते-आते गर्म हो जा रही है। बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवा उत्तर भारत पर न मिले हुए हिमालय पर्वत से टकराकर गंगा के मैदानी भागों में उन गर्म हवा से टकराती हैं। नम हवा नीचे होती हैं इसलिए जिन इलाकों में यह हवाएं आपस में टकराती हैं वहां बिजली कड़कने और गिरने की घटनाएं होती हैं। बिजली कड़कने के समय पेड़ के नीचे और जहां पर पानी का क्षेत्र हो वहां से दूर रहें। बालकनी में मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। यदि हो सके तो सारे बिजली के उपकरणों को बंद कर दें। कार चला रहे हो तो कार के अंदर ही रहे।