Kanpur Violence: गोली लगने वाले उपद्रवी को पुलिस ने भेजा जेल, जली शर्ट हुई बरामद...पर नहीं हुई पुष्टि
कानपुर में हुए उपद्रव में जिस किशोर उपद्रवी को गोली लगी थी उसे एसआइटी ने शुक्लागंज से रविवार की रात पकड़कर लाई थी। घाव सूखने की वजह से एक्सरे से गोली लगने के सबूत नहीं मिले हैं। लेकिन जली शर्ट बरामद हो गई है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। नई सड़क पर हुए बवाल में फायरिंग के दौरान उपद्रवियों के एक साथी को गोली लगी थी। दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशन के बाद एसआइटी हरकत में आयी। काफी तलाश के बाद रविवार को एसआइटी ने किशोरउपद्रवी को शुक्लागंज स्थित ननिहाल से पकड़ा था। रविवार की रात से सोमवार तक पुलिस ने उससे पूछताछ की और उसका मेडिकल परीक्षण कराया। परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने किशोर को अभिरक्षा में लेकर अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे बच्चा जेल भेज दिया गया।
बीते तीन जून को जुमे की नमाज के बाद नई सड़क पर पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्पणी के विरोध में जबरन दुकानें बंद कराने को लेकर चंद्रेश्वर हाते के पास से बवाल शुरू हुआ था। जब पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ा तो उन्होंने बमबाजी, पथराव और फायरिंग कर दी। फायरिंग के दौरान उपद्रवियों के ही एक साथी को सीने में गोली लगी थी। जिसके बाद उसके स्वजन और साथी उसे लेकर चमनगंज स्थित पैथोलाजी ले गए थे। एक्सरे की रिपोर्ट में उसकी आयु 17 वर्ष दिखाई गई थी। इसके बाद उसे उपचार के लिए दलेलपुरवा के मोहम्मदिया नर्सिंगहोम लाया गया था। जहां डाक्टरों ने उसे बाहर से ही लौटा दिया था। घटना के बाद से वह शुक्लागंज स्थित अपने ननिहाल में रहकर इलाज करा रहा था।
दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशन के बाद एसआइटी हरकत में आयी और उसकी तलाश के लिए 50 पुलिसकर्मियों और मुखबिरों को लगाया गया था। रविवार देर शाम किशोर की लोकेशन ट्रेस होने पर एसआइटी के अधिकारियों ने एक टीम शुक्लागंज भेजी थी। जहां करीब तीन घंटे की पड़ताल के बाद उसे पकड़ लिया गया। पूछताछ में पहले तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा। मगर, कई बार पूछताछ में वह टूट गया। पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण कराने के बाद सोमवार को उसे बच्चा जेल भेजा है।
मुख्य विवेचक त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि किशोर का मेडिकल कराया गया। घाव 24 दिन पुराना है, इसलिए एक्सरे में नहीं आया। डाक्टरों ने एमआरआइ की सलाह दी है। हालांकि पुलिस को किशोर की वह शर्ट मिल गई है, जिसे उसने तीन जून को पहना था। शर्ट में बर्निंग साफ-साफ नजर आ रही है, जिससे साफ है कि उसे गोली लगी थी। किशोर ने खुद भी स्वीकार किया है कि उसे उपद्रव के दौरान कुछ आकर लगा था। इसी आधार पर किशोर को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे बच्चा जेल भेज दिया गया।
जांच में कई फंसेंगे
एसआइटी ने इस मामले में अभी जांच बंद नहीं की है। जांच की जा रही है कि आखिर किस डाक्टर ने किशोर के गोली निकाली। सहयोगियों में और कौन था। पुलिस इन सभी को आरोपित बनाने की तैयारी कर रही है।