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Kanpur Violence: कानपुर उपद्रव में 18 गिरफ्तार, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की मौजूदगी में माहौल बिगाड़ने की थी साजिश

Kanpur Parade news भाजपा प्रवक्ता की पैगंबर मोहम्मद साहब पर कथित विवादित टिप्पणी के विरोध में अचानक मुस्लिम समुदाय के लोग बाजार बंद करा रहे थे। नई सड़क तक उपद्रवियों ने कई बार बवाल किया। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की शहर में मौजूदगी के दौरान माहौल बिगाड़ने की साजिश थी।

By Abhishek VermaEdited By: Published: Fri, 03 Jun 2022 09:01 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jun 2022 09:01 PM (IST)
Kanpur Violence: कानपुर उपद्रव में 18 गिरफ्तार, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की मौजूदगी में माहौल बिगाड़ने की थी साजिश
नई सड़क में पथराव के बाद उपद्रवी को पकड़ कर ले जाते पुलिस कर्मी। जागरण

कानपुर, जागरण संवाददाता। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की शहर में मौजूदगी के दौरान शुक्रवार को माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया। पैगंबर मोहम्मद साहब पर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की कथित विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय में सुलग रहा आक्रोश जुमे की नमाज के बाद सड़क पर आ गया। योजना बनाकर यतीमखाना, नई सड़क से परेड तक जबरन दुकानें व बाजार बंद कराने के विरोध पर तोड़फोड़, बमबाजी, फायरिंग व पथराव किया। हिंदुओं के विरोध पर आधा दर्जन से ज्यादा वाहन तोड़ डाले। पथराव में दारोगा कैलाश दुबे समेत सात लोगों को चोटें आईं।

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पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना के नेतृत्व में पुलिस फोर्स ने लाठी पटककर उपद्रवियों को खदेड़ा। करीब चार घंटे तक पुलिस और उपद्रवियों के बीच गुरिल्ला युद्ध जैसे हालात रहे। गलियों व छतों से पथराव होता रहा। एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि बेकनगंज थानाक्षेत्र के नई सड़क में कुछ लोगों ने दुकानें बंद कराने का प्रयास किया, जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया। इसको लेकर जरूरी बल प्रयोग कर माहौल शांत कराया गया। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ 18 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर संपत्ति भी जब्त की जाएगी।   

शुक्रवार सुबह बेकनगंज, अनवरगंज, मूलगंज आदि इलाकों में एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन ने जेल भरो आंदोलन की अपील करते हुए बैनर लगवाने शुरू किए। इसी दौरान कुछ अन्य संगठनों की ओर से भी जुमे की नमाज के बाद बाजार बंद करने की घोषणा कर दी गई। नमाज के बाद यतीमखाना के पास बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए आसपास की दुकानों को जबरन बंद कराना शुरू किया। आरोप है कि उन्होंने हिंदुओं की दुकानों को बंद कराने के दौरान मारपीट व तोड़फोड़ भी की। इसके विरोध पर बवाल शुरू कर दिया। दोनों तरफ से लोग आमने-सामने आ गए।

दुकानें बंद कराने वालों ने बमबाजी, तमंचों से फायरिंग के साथ पेट्रोल बम भी चलाए। हमले में चंद्रेश्वर हाता व आसपास के संजय शुक्ला, अमर बाथम, आशीष, अनिल गौड़, मुकेश देवगौड़ा, राजू सिंह आदि घायल हो गए। पीएसी के जवानों ने उपद्रवियों को अंदर तक खदेड़ा। पुलिस आयुक्त ने इलाके के कुछ धर्मगुरुओं को आगे कर बवाल शांत कराया। उन्होंने बताया, गिरफ्तार लोगों से कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई है। भीड़ को उकसाने में एक संगठन के व्यक्तियों का नाम सामने आ रहा है। उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी। 

दोषियों पर हो कड़ी कार्रवाई, कुर्क करें संपत्ति : मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री के रवाना होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चकेरी एयरपोर्ट पर डीजीपी डीएस चौहान और मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा से बवाल की जानकारी ली। तत्काल दोषियों पर कड़ी कार्रवाई व संपत्तियां कुर्क करने के निर्देश दिए। उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से फोन पर बातचीत करने के बाद कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।    


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