कानपुर यूनिवर्सिटी में होगा दुनिया का सबसे बड़ा कंप्यूटर मुकाबला
यह प्रतियोगिताएं दो राउंड की होगी जिसमें प्रतियोगियों को प्रोग्रामिंग की चुनौतियां दी जाएंगी।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। विश्व का सबसे बड़ा कंप्यूटर मुकाबला 'कंप्यूटर ओलंपियाड' पहली बार छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में होने जा रहा है। एशिया रीजन के लिए कोलकाता के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स टेनिंग एंड रिसर्च (एनआइटीटीटीआर) व कानपुर के सीएसजेएमयू को चुना गया है।
23 व 24 दिसंबर को होने वाले कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के लिए इस महामुकाबले के लिए 168 टीमें चुनी गई हैं। इन टीमों में आइआइटी, ट्रिपल आइटी व एनआइटी समेत देश के नामी गिरामी तकनीकी शिक्षण संस्थानों के छात्र छात्राएं शामिल हैं।
600 पंजीकृत टीमों से इंटरनेट पर हुए ऑनलाइन प्रतियोगिता के बाद प्रतियोगियों को चुना गया है। चुनी टीमों में से 100 टीमें सीएसएजेएमयू व 68 कोलकाता में होने वाली प्रतियोगिता में अपना जौहर दिखाएंगी।
यह प्रतियोगिताएं दो राउंड की होगी जिसमें प्रतियोगियों को प्रोग्रामिंग की चुनौतियां दी जाएंगी। दोनों संस्थानों में यह प्रतियोगिताएं समानांतर चलेंगी। नेशनल कंप्यूटिंग कंपटीशन को छह रीजन में बांटा गया है। विजयी प्रतियोगियों को मई-2018 में चीन के बीजिंग में होने वाले विश्व कंप्यूटिंग कंपटीशन में भाग लेने का मौका मिलेगा।
कार्यक्रम के संरक्षक सीएसजेएमयू कुलपति प्रो. जेवी वैशम्पायन होंगे। इस प्रतियोगिता के रीजनल कांफ्रेंस डायरेक्टर एनआइटीटीटीआर निदेशक प्रो. फाल्गुनी गुप्ता व एसोसिएट साइट डायरेक्टर डा. संदेश गुप्ता हैं। कानपुर साइट के समन्वयक डा. सुधांशु पांडिया, ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डा. रेनू जैन व कंप्यूटर नेटवर्क दीपक वर्मा को नियुक्त किया गया है।
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आइआइटी कानपुर से हुई थी शुरुआत: देश में कंप्यूटर की इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की शुरुआत आइआइटी कानपुर से हुई थी। प्रो. फाल्गुनी गुप्ता इस प्रतियोगिता को 1999 में भारत लेकर आए थे। उसके 18 साल बाद यह सीएसजेएमयू में होने जा रहा है।
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