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दारोगा भर्ती साल्वर गैंग : बैंक अकाउंट डिटेल देख चकराई एसटीएफ, हर माह 20 से 25 लाख का लेनदेन

दारोगा भर्ती में सॉल्वर गैंग गिरोह की जांच कर रही एसटीएफ अब गिरोह का अर्थ तंत्र देखकर चकरा गई है। बैंक अकाउंट की डिटेल में लेनदेन की लंबी चेन और हर माह 20-25 लाख रुपये का लेनदेन मिला है। सभी खाते बिहार और झारखंड में हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 24 May 2022 01:58 PM (IST)Updated: Tue, 24 May 2022 01:58 PM (IST)
दारोगा भर्ती साल्वर गैंग : बैंक अकाउंट डिटेल देख चकराई एसटीएफ, हर माह 20 से 25 लाख का लेनदेन
दारोगा भर्ती में साल्वर गिरोह की जांच एसटीएफ कर रही है।

कानपुर, गौरव दीक्षित। दारोगा भर्ती परीक्षा में बिहार का साल्वर गैंग लाखों-करोड़ों रुपये का वारा न्यारा कर रहा था। गिरोह के बैंक खातों से लेनदेन की जो चेन स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को मिली है, उसे देखकर जांच एजेंसी भी चकरा गई है। जांच एजेंसी अब यह हिसाब किताब लगाने में जुटी हुई है कि गिरोह ने पिछले एक साल में कितनी रकम का लेनदेन किया।

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एसटीएफ की फील्ड इकाई कानपुर ने शुक्रवार को झकरकटी बस स्टैंड से शिशुपाल प्रसाद पुत्र सुनील प्रसाद निवासी जनारो थाना बेंत जिला नालंदा और अर्जुन प्रसाद पुत्र सालिगराम निवासी बिसुनिया थाना गढ़वार जिला बलिया को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि इसमें अर्जुन वास्तविक परीक्षार्थी है, जबकि शिशुपाल साल्वर गैंग का सदस्य है। पूछताछ में शिशुपाल कुमार ने बताया था कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान वह राहुल नाम के व्यक्ति संपर्क में आया, जिसने प्रतियोगी परीक्षाओं में वास्तविक अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने के बदले रूपयों का लालच देकर उसे परीक्षा देने के लिये तैयार किया।यह सौदा सात लाख रुपये में हुआ था।

एसटीएफ के निरीक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पूछताछ में सामने आया था कि राहुल को दो लाख रुपये का भुगतान किया गया था। राहुल को जिस बैंक अकाउंट में पैसे दिए गए थे, जब उसे खंगाला गया तो लेनदेन देखकर साफ हो गया है कि यह गिरोह काफी बड़ा है और इसने हाल के कुछ सालों में लाखों करोड़ों की कमाई की है। यह बैंक खाता जनारो गांव की पंजाब नेशनल बैंक में है। जब लेनदेन की टेल चेक की गई तो सामने आया कि इस खाते में जैसे ही कोई रकम पड़ती, तत्काल उसे अमित नाम के एक बैंक खातें में स्थानांतरित कर दिया जाता। अमित नाम का यह खाता झारखंड के आदित्यपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक का है। राहुल और अमित के बीच औसतन हर महीने 20 से 25 लाख रुपये का लेनदेन हुआ है। अमित के खातों में जब-जब पहुंचती, तो उसे चार से पांच विभिन्न खातों में भेज दिया जाता। एसटीएफ अब उन खातों को खंगाल रही है, जिन्हें अमित पेमेंट करता था। देखा जा रहा है कि यह कौन लोग हैं।

राहुल है या नहीं भी : एसटीएफ की जांच में यह भी संभावना व्यक्त की गई है कि जिस व्यक्ति को राहुल बताया गया है, वह राहुल न होकर कोई और हो, क्योंकि कुछ ऐसे लोग भी मिले हैं, जिसे उक्त व्यक्ति दूसरे नामों से मिला है। बैंक खाता होने व शिशुपाल के जनारों का होने की वजह से भी लग रहा है कि दाल में कहीं कुछ काला है। शिशुपाल भी राहुल हो सकता है। हो सकता है कि उसने राहुल नाम का करेक्टर पुलिस को भटकाने के लिए ही गढ़ा हो। वहीं यह भी संभावना है कि अमित भी आभासी है। फर्जी खाते से ही लेनदेन हो रहा है।

दारोगा भर्ती, सामान्य अभ्यर्थी के 50 लाख : यूपी में दारोगा की भर्ती के लिए बड़ा क्रेज है। साल्वर की मंडी में जो रकम लगी है, वह चौकाने वाली है। साल्वर गैंग ने दारोगा भर्ती परीक्षा में पास कराने के लिए सामान्य वर्ग के लिए 40 से 50 लाख रुपये, पिछड़ा वर्ग के लिए 20 से 25 लाख रुपये, एससी के लिए दस से 15 लाख रुपये और एसटी के लिए सात से दस लाख रुपये का रेट तय किया है।


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