कानपुर के इस सपा नेता ने थामा कांग्रेस का हाथ, छत्तीसगढ़ के सीएम व अजय लल्लू ने दिलाई सदस्यता
कानपुर नगर निगम में सपा पार्षद दल के नेता हाजी सुहैल अहमद ने बुधवार को समर्थको समेत कांग्रेस का हाथ थाम लिया उन्हें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष ने दिलायी सदस्यता। पार्टी से जोड़ने को छावनी विधायक सोहेल अंसारी ने अहम भूमिका निभाई है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। नगर निगम में सपा पार्षद दल के नेता हाजी सुहैल अहमद (Haji Suhail Ahmed) ने बुधवार को समर्थको समेत कांग्रेस का हाथ थाम लिया। लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू (Ajay Singh Lallu) ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी।उन्हें कांग्रेस में शामिल कराने के लिए छावनी विधायक सोहिल अख्तर अंसारी की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
चुनाव के ठीक पहले सपा पार्षद दल के नेता ने अपने समर्थकों और पार्षदों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया।माना जा रहा है कि पार्टी ने उन्हें सीसामऊ विधानसभा से टिकट का आश्वासन दिया है।चूंकि सुहैल लंबे समय से सपा से टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन यहां सपा विधायक इरफान सोलंकी के चलते उनकी अनदेखी हो रही थी।यही कारण था कि उन्होंने कांग्रेस विधायक सोहिल अख्तर अंसारी के माध्यम से कांग्रेस आलाकमान से संपर्क साधा।पार्टी सूत्र बताते हैं कि सुहैल के कांग्रेस में शामिल होने की पटकथा पहले ही तैयार हो गई थी, बुधवार को इस पर अमल किया गया।उनके साथ करीबी माने जाने वाले पार्षद और जिला योजना समिति के सदस्य राशिद महमूद उर्फ शिब्बू अंसारी, पूर्व पार्षद राकेश साहू, महेंद्र प्रताप सिंह, आबिद अली भी कांग्रेस में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू के साथ हरियाणा से सांसद दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व सांसद पीएल पुनिया, कानपुर जोन के प्रभारी और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सत्य नारायण पटेल मौजूद रहे।
नया नेता चुनने को आज बुलाएंगे बैठक
सपा के नगर अध्यक्ष डा. इमरान ने बताया कि सपा पार्षद दल के नेता के पार्टी छोड़ने के बाद यह पद खाली हो गया है।नए पार्षद दल के नेता के चयन के लिए गुरुवार को पार्षदों की बैठक बुलायी गई है जिसमें नए पार्षद दल के नेता का चयन किया जाएगा।
सीसामऊ से सबसे ज्यादा दावेदार
कानपुर की दस विधानसभा सीटों में सीसामऊ विधानसभा अकेली है जिसमें कांग्रेस से सबसे ज्यादा 11 दावेदारों ने टिकट मांगा है जबकि अन्य सीटों पर दावेदारों की संख्या अधिकतम आठ है। सुहैल के कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी के इन पुराने कार्यकर्ताओं की बेचैनी बढ़ गई है।अंदरखाने पार्टी में विरोध शुरू हो चुका है। सुहैल के पुराने क्रियाकलापों को लेकर चर्चाएं गर्म हैं।