कानपुर प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन लगाएगा डिप्टी सीएम से गुहार, पदाधिकारी बोले- अभिभावक नहीं दे रहे फीस
कानपुर प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के पदाधिकारी निजी स्कूल संचालकों की समस्या लेकर डिप्टी सीएम से मिलने जाएंगे । उनका कहना है कि अभिभावक फीस नहीं दे रहे हैं और टीचरों को वेतन लगातार दिया जा रहा है ।
कानपुर, जेएनएन। फीस को लेकर एक बार फिर से निजी स्कूल संचालकों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति आ गई है। स्कूलों की ओर से ऑनलाइन पढ़ाई तो लगातार जारी रही है, पर संचालकों का कहना है कि अभिभावक फीस देने को राजी नहीं हो रहे हैं। ऐसी स्थिति को देखते हुए अब संचालकों ने इस मामले में डिप्टी सीएम की चौखट पर गुहार लगाने का फैसला किया है।
कानपुर प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस मामले पर ऑनलाइन संवाद किया था। पिछले कई माह से अभिभावकों को भी फीस के नोटिस भेजे जा रहे थे, स्कूलों में कुछ दिनों पहले 11वीं के प्रवेश भी शुरू हो गए। लेकिन अभिभावकों ने कोरोना महामारी की बात कहकर फीस नहीं दी। इसलिए संचालक अब बहुत अधिक परेशान हो गए हैं।
कहां से दे शिक्षकों को वेतन, वाहन भी बढ़ा रहे खर्च
कमल मेमोरियल पब्लिक स्कूल के संचालक केके दुबे ने कहा, कि जब फीस नहीं मिलेगी तो कहां से शिक्षकों को वेतन दिया जा सकेगा। एसजीएम इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक अजीत अग्रवाल ने कहा कि पिछले साल से स्कूलों में वाहन ठूंठ खड़े हैं, पर जो खर्चे हैं वह बंद नहीं हुए। आखिर प्रबंधक कब तक बिना फीस के खर्चों को वहन कर पाएंगे।
- निजी स्कूलों की स्थिति यह है, कि अभी महज 10 फीसद अभिभावकों ने फीस जमा की है। पिछले साल की तरह ही अभिभावक फीस नहीं जमा करना चाहते। इसलिए अब डिप्टी सीएम से जल्द मिलेंगे। - बलविंदर सिंह, महामंत्री, कानपुर प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन