Kanpur News: जूही में मतांतरण का दबाव बनाने वाले दंपती पर मुकदमा दर्ज, इन्कार करने पर हत्या की दी थी धमकी
Kanpur News जूही साईंपुरवा कच्ची बस्ती में रुपयों और आवास का लालच देकर मतांतरण का दबाव बनाने वाले ईसाई समाज के दंपती के खिलाफ एक पल्लेदार परिवार ने जूही थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। घटना के बाद से परिवार सहमा हुआ। वहीं आरोपित दंपती फरार हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : जूही साईंपुरवा कच्ची बस्ती में रुपयों और आवास का लालच देकर मतांतरण का दबाव बनाने वाले ईसाई समाज के दंपती के खिलाफ एक पल्लेदार परिवार ने जूही थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता का आरोप है कि मतांतरण न कराने पर भड़के दंपती ने साथियों के साथ घर पर पथराव किया और हत्या की धमकी दी। घटना के बाद से परिवार सहमा हुआ। वहीं, मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपित दंपती फरार हैं।
झकरकटी बस अड्डे के पीछे टुनटुनिया फाटक के पास साईंपुरवा कच्ची बस्ती है। यहां पल्लेदार व ई-रिक्शा चालक आशीष यादव और दिव्यांग राजेन्द्र यादव उर्फ बउवा का घर है। आशीष की पत्नी नगमा के अनुसार, बउवा के पड़ोस में ही ईसाई समाज का बंटी भी रहता है। बंटी अपनी पत्नी के साथ अक्सर बउवा के घर आता था। यहां आशीष से भी दोनों की मुलाकात हुई और वे घर आने लगे।
नगमा के अनुसार, करीब एक माह बाद ही बंटी और उसकी पत्नी मतांतरण का दबाव बनाने लगे। दोनों कहते थे, ईसाई धर्म अपनाने पर उन्हें एक लाख रुपये नकद, एक आवास, बच्चों की पढ़ाई व निश्शुल्क इलाज आदि की सुविधाएं मिलेंगी। हालांकि, नगमा ने साफ कह दिया कि वह हिंदू धर्म नहीं छोड़ेंगे। भले ही गरीबी में गुजर बसर करना पड़े। अपनी मेहनत के दम पर अपने परिवार का भविष्य संवारेंगे। इस जवाब से नाराज बंटी और उसकी पत्नी उनसे खुन्नस रखने लगी।
आरोप है कि कई बार उन लोगों ने झगड़ा किया। घर पर पथराव किया। होली पर बंटी ने अपने साथियों के साथ मिलकर पति आशीष से मारपीट भी की। मामले की शिकायत चौकी में की, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। अब जूही थाने में तहरीर दी है। थाना प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
धमकियों से भयभीत परिवार की बस अड्डे पर कटी रात
नगमा ने बताया कि उन्होंने रात में जूही थाने में दंपती के खिलाफ तहरीर दी थी। पुलिस ने देर रात उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसकी जानकारी होने पर बंटी और उसकी पत्नी समेत कई अन्य लोग घर पहुंचे। धमकाया कि मुकदमा वापस न लिया तो बच्चों समेत परिवार की हत्या कर शव को मैनहोल में फेंक देंगे। धमकियों से भयभीत होकर उनका परिवार बस अड्डे पर यात्रियों के बीच रात गुजारने को मजबूर हुआ।