Kanpur Nagar Panchayat Chunav Vote Counting News: संक्षेप में पढ़ें मतगणना के दिन की कुछ अन्य खबरें
Kanpur Nagar Panchayat Chunav Vote Counting News त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना का कार्यक्रम कानपुर नगर में रविवार सुबह आठ से रात 12 बजे तक चला। प्रस्तुत हैं कानुपर के मतगणना केंद्रों से लाई हुई कुछ अन्य खबरें
- चुनाव ड्यूटी से लौटे पुलिस वालों का हुआ चेकअप
चुनाव ड्यूटी से लौट रहे पुलिस वालों को मेडिकल चेकअप के बाद ही पुलिस लाइंस में प्रवेश दिया जा रहा है। रविवार को चुनाव ड्यूटी से लौट रहे पुलिस वालों का मेडिकल चेकअप के बाद दोबारा काम पर लिया गया। अभी आधे पुलिस कर्मियों का ही मेडिकल चेकअप हो सका है।
पंचायत चुनाव में मतदान के लिए कानपुर कमिश्नरेट से करीब दो हजार पुलिस वाले विभिन्न जनपदों में भेजे गए थे। चुनाव बाद अधिकतर लौट आए हैं। चुनाव ड्यूटी पर गए पुलिस वालों को लेकर विभाग के ही अन्य पुलिस कर्मियों में काफी दहशत थी, कारण चुनाव में शामिल कर्मचारी बड़ी सख्या में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में रविवार को पुलिस विभाग की ओर से लौटने वाले सभी पुलिस कर्मियों को पुलिस लाइंस में आमद कराने को कहा गया। कोई संशय न हो, इसलिए सभी पुलिस कर्मियों को थर्मामीटर से बुखार चेक किया गया और ऑक्सीमीटर से सभी का ऑक्सीजन लेवल देखा गया। इसके बाद हाथों को सैनिटाइज कराने के बाद सभी कर्मचारियों का नाम रजिस्टर में दर्ज करके उन्हें ट्रैफिक पुलिस लाइन के अंदर प्रवेश दिया गया।
- ईश्वरीगंज से संतोष निषाद बने प्रधान
कल्याणपुर ब्लॉक के ईश्वरीगंज गांव के लोगों ने संतोष निषाद का अपना प्रधान चुना है। संतोष ने बृज नारायण निषाद को हराकर जीत दर्ज की है। ईश्वरीगंज गांव सितंबर 2017 में तब चर्चा में आया था, जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने स्वच्छता ही सेवा अभियान का शुभारंभ इस गांव से किया था। जिले का पहला खुले में शौच मुक्त गांव होने के नाते राष्ट्रपति ने अभियान के शुभारंभ के लिए इसे चुना था। पंचायत चुनाव आते ही यह गांव फिर चर्चा में था। हर किसी की नजरें इस गांव पर टिकी थीं। निवर्तमान प्रधान आकाश वर्मा ने इस बार जिला पंचायत से चुनाव की तैयारी की थी। भाजपा से टिकट न मिलने पर उन्होंने प्रधान पद का भी चुनाव नहीं लड़ा। ईश्वरीगंज अनारक्षित सीट थी। यहां ब्रज नरायन निषाद , यदुनाथ ङ्क्षसह, वीरेंद्र कुमार, संतोष कुमार निषाद, मोहित निषाद, रचना निषाद उम्मीदवार थीं। संतोष निषाद 10वीं पास हैं।
- विजय जुलूस और जश्न में रही सख्ती, भीड़ के आगे कोविड प्रोटोकॉल तार-तार
पंचायत चुनाव की मतगणना में जिस बात को लेकर डर था, वही हुआ। सुप्रीम कोर्ट के आदेश और जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के निर्देशों को तोड़कर मतगणना स्थल पर भारी भीड़ उमड़ी। कहीं पर भी कोविड नियमों का पालन नहीं हुआ और पुलिस व प्रशासन के अफसर मूक दर्शक बनकर देखते रहे। मतगणना के लिए जनपद में कुल दस मतगणना स्थल बनाए गए थे। सुबह जैसे ही वोटों की गिनती का काम शुरू हुआ, सभी मतगणना स्थलों पर हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ इतनी अधिक थी कि पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के सामने तमाशा देखने के अलावा कोई चारा शेष नहीं बचा था। यह ²श्य सुबह से लेकर देर रात तक मतगणना पूरी होने बना रहा। विशेषकर घाटमपुर, सरसौल, चौबेपुर और बिल्हौर के मतगणना स्थलों पर भीड़ देखी गई। हालांकि भीड़ का नियंत्रण छोड़ दें तो पुलिस की अन्य तैयारियों में सख्ती देखने को मिली। मतगणना स्थल के अंदर प्रवेश, जीते हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा विजय जूलस या जश्न मनाने के मामलों में पुलिस ने नियंत्रण रखा। कोई भी विजेता इस नियम को तोड़ नहीं पाया। शिवराजपुर के रामसहाय इंटर कॉलेज बैरी में तो पुलिस ने जीटी रोड पर फ्लैग मार्च भी किया और विजयी जनप्रतिनिधियों द्वारा जुलूस निकालने या जश्न मनाने के लिए मना किया गया।