कानपुर नगर निगम सदन में गृहकर के मुद्दे पर हंगामा, पार्षदों ने अफसरों को घेरा
कानपुर नगर निगम सदन में महापौर ने गृहकर का खेल खुलने पर कहा कि अधिकारी सरकार को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने टैक्स में गड़बड़ी के मामले में एक राजस्व निरीक्षक पर कार्रवाई करके जांच कराने के आदेश दिए हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। गृहकर के मुद्दे पर सदन गोलबंद हो गया और अफसरों को घेरकर हंगामा होने से माहौल अशांत हो गया। गृहकर में हो रहे खेल सामने आने पर गुस्साई महापौर ने साफ कहा कि अफसर बेलगाम हो गए है और सरकार को बदनाम कर रहे है। ऐसे अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। गृहकर में गड़बड़ी का एक मामला सामने आने पर सदन ने एक राजस्व निरीक्षक पर कार्रवाई की। साथ ही पूरे प्रकरण में जांच के आदेश दिए है।
नगर निगम सदन में भी सर्दी का असर नजर आया। एक घंटे देर करीब 12 बजे सदन शुरू हुआ।सदन में डाक्टरों के निजी क्लीनिक के लाइसेंस शुल्क में छूट के प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने पर भाजपा के पार्षद दल के उप नेता सत्येंद्र मिश्र ने आपत्ति जताई। उन्होंने साफ कहा कि कहा कि डाक्टर परामर्श शुल्क के नाम पर मनमानी फीस वसूलते हैं। जांच से लेकर दवाओं तक में हजारों रुपये ले लिए जाते हैं। ऐसे में नगर निगम को लाइसेंस शुल्क देने में उन्हें क्या दिक्कत है? उन्होंने यह भी पूछा कि क्या डॉक्टर नगर निगम के कर्मचारियों, पार्षदों या गरीब लोगों का निशुल्क इलाज करते हैं ? अगर ऐसा नहीं करते तो उन्हें किसी प्रकार की छूट नहीं दी जानी चाहिए। जो लाइसेंस की दरें उन पर निर्धारित की गई थीं उनसे वही वसूली की जानी चाहिए।वहीं टैक्स देने वालों से मनमाना टैक्स वसूला जा रहा है।
गृहकर देने वालों को राहत देने पर सोचने की जरूरत है। गृहकर के मुद्दे में खेल हो रहा है। जवाहर नगर के 70 वर्षीय राम सिंह के भवन का टैक्स करीब आठ लाख रुये भेज दिया। बाद में उन्होंने भागदौड़ की तो 2.45 लाख रुपये कर दी गई।ऐसे एक हजार मामले उनके पास है। सपा पार्षद दल के नेता सुहैल अहमद, कांग्रेस पार्षद दल के नेता कमल शुक्ल, नवीन पंडित, मनोज पांडेय, अरिंवद यादव, नीरज बाजपेई ने कहा कि कई गुना गृहकर के बिल भेजे जा रहे है। पूरा सदन एक जुट होकर टैक्स के मुद्दे पर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। इसको लेकर हंगामा किया।
नाराज महापौर ने जोन चार के जोनल प्रभारी पूजा त्रिपाठी को सदन पटल में तलब कर लिया। उन्होंने नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन से साफ कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं हो जाएगी तब तक सदन चलता रहेगा। सदन आधा घंटे के लिए स्थगित कर दिया। सदन फिर शुरू होने पर जोनल प्रभारी ने बताया कि राजस्व निरीक्षक अनुराग पांडेय की गलती से ज्यादा बिल चला गया था। महापौर ने राजस्व निरीक्षक को कंट्रोल रूम से संबद्ध कर दिया। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच करके रिपोर्ट देने का कहा है। रजिस्टर बनाकर जोनवार गृहकर की समस्याओं का निस्तारण किया जाए। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाए।