कानपुर महापौर ने मंदिरों पर कब्जा करने वालों के तीन दिन में मांगे नाम, इसलिए जताई नाराजगी
कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय ने नगर निगम के जोनल अभियंताओं के सज्ञथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कब्जे वाले मंदिरों की सूची अबतक नहीं देने पर नाराजगी जतायी। इसके साथ तीन दिन के अंदर कब्जा करने वालों के नाम मांगे हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मंदिरों को कब्जामुक्त कराने का महापौर प्रमिला पांडेय ने अभियान छेड़ रखा है लेकिन नगर निगम के अफसर उनका साथ नहीं दे रहे। कब्जे वाले मंदिरों की सूची अब तक उपलब्ध नहीं करायी गई। ऐसे में जोनल प्रभारियों की ढिलाई से नाराज महापौर ने अब तीन दिन की मोहलत और दी है। मंदिरों पर कब्जा करने वालों के नाम भी मांगे गए हैं। इसके लिए प्रारूप बनाकर अफसरों को दे दिया गया है।
महापौर दो हफ्ते से लगातार कब्जे वाले मंदिरों का मौके पर जाकर निरीक्षण कर रही हैं। मंदिर की जगह पर हो रहे निर्माण कार्यों को भी रुकवा चुकी हैं। वहीं, दूसरी तरफ जोनल अभियंताओं ने मंदिरों की सुरक्षा को लेकर अब तक कोई तत्परता नहीं दिखायी है। कब्जेदारों को न ही नोटिस भेजा गया और न ही मंदिर के बाहर और अंदर लग रही दुकानों को हटाने के लिए कोई अभियान चलाया गया। इससे नाराज महापौर ने गुरुवार को अफसरों की नगर निगम सभागार में बैठक बुलाई। सभी को प्रारूप देते हुए कब्जे वाले मंदिरों की सूची के साथ ही कब्जा करने वाले का नाम भी मांगा गया है। तीन दिन के अंदर सर्वे करके रिपोर्ट देनी है।
नगर निगम के जोन एक के चमनगंज, बेकनगंज, दादामियां चौराहा समेत विभिन्न जगह मंदिरों पर सबसे ज्यादा कब्जे हैं। महापौर ने बताया कि इस बार लापरवाही बरतने वाले अफसरों की सूची मुख्यमंत्री और नगर विकास मंत्री को कार्रवाई के लिए भेज देंगी। इन मंदिरों की सुरक्षा के इंतजाम के लिए नगर निगम सदन में प्रस्ताव रखा जाएगा।