देश में गाजियाबाद के बाद सबसे अधिक कानपुर की हवा प्रदूषित, स्मॉग का खतरा मंडराया Kanpur News
शहर की हवा में मानक से कई गुणा ज्यादा हानिकारक गैसें खतरनाक स्तर पर एक्यूआइ पहुंचा।
कानपुर, जेएनएन। देश में गाजियाबाद के बाद सबसे खराब हवा कानपुर की हो गई है, यहां हानिकारक गैसों का स्तर एक बार फिर मानक से कई गुणा अधिक पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की बुधवार को आई रिपोर्ट मौजूदा वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) को खतरनाक बता रही है। इससे सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और सांस संबंधी गंभीर रोगों के होने की आशंका बढ़ गई है। सर्दी बढऩे पर गैसों का स्तर ऊपर जा सकता है, साथ ही स्मॉग का खतरा भी मंडराने लगा है।
हवा की रफ्तार कम होने से बढ़ा गैसों का घनत्व
पर्टिकुलेट मैटर (पीएम 2.5), नाइट्रोजन डाईऑक्साइड (एनओटू), सल्फर डाईऑक्साइड (एसओटू) व ओजोन समेत अन्य गैसों का घनत्व बढ़ गया है। हवा की रफ्तार कम होने से ऐसा हुआ। सोमवार को 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी। रविवार को आंकड़ा आठ किमी प्रति घंटे रिकार्ड हुआ। बुधवार को उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बहने वाली हवा की रफ्तार घटकर 2.2 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई।
वाहनों की आवाजाही से बढ़ा प्रदूषण
वाहनों की आवाजाही से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक यह अत्यधिक हो जाता है। शाम के समय दूषित गैसों का ग्राफ नीचे आ जाता है।
गैस मात्रा मानक
पीएम 2.5 346 60
एनओटू 122 80
एसओटू 109 80
(मात्रा माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर में)