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एयर कनेक्टिवटी से कानपुर के उद्योगों को उड़ान, निवेशक भी बढ़ाएंगे कदम

हवाई नक्शे पर बड़े शहरों से कानपुर को जोडऩे की कवायद उद्योगों को नई उड़ान देगी। अगले दो माह में शुरू होने जा रही प्रमुख शहरों की फ्लाइट को लेकर यहां कारोबारी खासे उत्साहित हैं।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 08:20 PM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 10:20 AM (IST)
एयर कनेक्टिवटी से कानपुर के उद्योगों को उड़ान, निवेशक भी बढ़ाएंगे कदम
एयर कनेक्टिवटी से कानपुर के उद्योगों को उड़ान, निवेशक भी बढ़ाएंगे कदम

कानपुर (जेएनएन)। हवाई नक्शे पर बड़े शहरों से कानपुर को जोडऩे की कवायद /उद्योगों को नई उड़ान देगी। अगले दो माह में शुरू होने जा रही प्रमुख शहरों की फ्लाइट को लेकर यहां कारोबारी खासे उत्साहित हैं। उनका कहना है कि अब समय की बर्बादी नहीं होगी और बाहरी निवेशकों के आने से यहां कारोबार भी बढ़ेगा। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, कोलकाता हो या अन्य बड़े शहर। ट्रेन या सड़क मार्ग से जाना एक बड़ी समस्या है। फ्लाइट पकडऩी हो तो अमौसी एयरपोर्ट लखनऊ जाना पड़ता है। इसी वजह से बाहरी निवेशक भी यहां के कारोबारियों से जुडऩे में कतराते थे। कारोबारी काफी समय से एयर कनेक्टिविटी दिए जाने की मांग कर रहे थे। इस बहुप्रतीक्षित मांग को केंद्र सरकार ने पूरा किया। 

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तकनीकी मदद भी समय से मिलेगी

अब आठ अक्टूबर से मुंबई-बेंगलुरू और एक नवंबर से कोलकाता वाया बागडोगरा की हवाई सेवा शुरू होने से उद्यमी बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि इससे शहर के उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। फूड हो या केमिकल या फिर कॉटन इंडस्ट्री, इन सभी को न सिर्फ कारोबारी बल्कि तकनीकी मदद भी काफी कम समय में मिल जाएगी। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी हब बेंगलुरू से इंजीनियर बुलाना या वहां तक जाना काफी सुगम होगा।   

10 से 15 फीसद बढ़ेगा कारोबार 

दिल्ली के साथ ही मुंबई-बेंगलुरू, कोलकाता की हवाई सेवा शुरू होने के बाद उद्यमियों ने बताया कि इससे कारोबार में 10 से 15 फीसद की बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। केंद्र सरकार का यह कदम उद्यमियों के लिए काफी राहत भरा है। 

लखनऊ जाने में तीन घंटे होते थे बर्बाद 

उद्यमी कहते हैं कि शहर से सीधी हवाई सेवा न होने के चलते उद्यमियों का करीब तीन घंटे का समय अमौसी एयरपोर्ट (लखनऊ) तक जाने में बर्बाद होता था वहीं अगर हाईवे पर जाम की स्थिति बनी तो यह समय पांच घंटे तक बढ़ जाता था। 

हाईवे से जोडऩा होगा एयरपोर्ट 

अभी रामादेवी से एयरपोर्ट तक जाने वाली सड़क अतिक्रमण, टेंपो-आटो, बसों व अन्य वाहनों की वजह से काफी संकरी है। इस वजह से लोगों को दिक्कत होती है। इस मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराने के  साथ ही एयरपोर्ट से रूमा के पास इलाहाबाद हाइवे तक सड़क बनाई जाए ताकि वाहन सुगमता से आवागमन कर सकें।उद्यमियों को मिलेगी राहत 

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आइआइए नवीन खन्ना ने बताया कि हमारे बिस्कुट उद्योग का मुख्यालय मुंबई में है। अभी हवाई सेवा न होने से समय बहुत बर्बाद होता था। पैसा भी अतिरिक्त लगता था। अब समय और पैसा दोनों की बचत होगी, इससे उद्योग बढ़ेगा। कानपुर चैप्टर आइआइए के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली के बाद मुंबई-बेंगलुरू की फ्लाइट शुरू होने से उद्यमियों को काफी राहत मिलेगी। वह कारोबार बढ़ाने की दिशा में और बेहतर प्रयास करेंगे। 

चमड़ा कारोबारियों में खुशी 

काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट चेयरमैन मुख्तारुल अमीन ने बताया कि चमड़ा कारोबारियों के लिए बहुत खुशी की बात है। कोलकाता के लिए तो कई उद्यमी हवाई सेवा चाहते थे। निश्चित रूप से उद्योगों को इसका लाभ मिलेगा। शहर से सीधे मुंबई पहुंचकर इंटरनेशनल कनेक्टिविटी होने से समय की बहुत बचत होगी। काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट के रीजनल चेयरमैन जावेद इकबाल ने बताया कि हवाई सेवा के लिए उद्यमी कई  दिनों से प्रयासरत थे। अब उन्हें राहत मिलेगी। वे अपने शहर से ही सीधे मुंबई-बेंगलुरू और कोलकाता जा सकेंगे। इससे चमड़ा उद्योगों का विस्तार होगा।

कानपुर में कारोबार की स्थिति 

चमड़ा, प्लास्टिक, खाद्य तेल, केमिकल, इंजीनियरिंग, आटोमोबाइल, साबुन-डिटर्जेंट,फार्मास्युटिकल, स्टील, टेक्सटाइल, पैकेजिंग, बिस्कुट, दुग्ध प्रसंस्करण, गारमेंट, मसाला व चाय, रक्षा उत्पाद आदि। 

  • कुल औद्योगिक इकाइयां: 14,500 
  • कुल रोजगार: 15 लाख से अधिक 
  • शहर का कुल औद्योगिक कारोबार: 71,200 करोड़ रुपये 

प्रमुख उद्योगों से मिलता रोजगार 

  • फूड प्रोसेसिंग: 1480 करोड़ रुपये 
  • कुल रोजगार: करीब 20 हजार 
  • स्टील सेक्टर: 2840 करोड़ रुपये 
  • कुल रोजगार: लगभग 40 हजार 
  • प्लास्टिक सेक्टर: 6300 करोड़ रुपये 
  • कुल रोजगार: लगभग 70 हजार 
  • इंजीनियरिंग सेक्टर: 2450 करोड़ रुपये 
  • कुल रोजगार: करीब 30 हजार 
  • लेदर सेक्टर : 20000 करोड़ रुपये 
  • कुल रोजगार : तीन लाख 

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