कानपुर में हमीरपुर रोड पर 139 पोल में 116 खंभों की लाइटें बंद, रात में वाहन सवार होते परेशान
हमीरपुर रोड पर पुलिस सहायता केंद्र से नौबस्ता चौराहे के बीच डिवाइडर बनाकर यहां जाली लगाई गई थी। इसी डिवाइडर पर कुल 139 स्ट्रीट लाइटों के पोल लगाए गए थे जिसमें एक पोल पर दो एलईडी लाइटें लगाई गई थीं। शुरूआत में हमीरपुर रोड दूधिया रोशनी से रोशन दिखता था।
कानपुर, जेएनएन। नौबस्ता हमीरपुर रोड पर पुलिस और ट्रैफिक विभाग सड़क हादसों को रोकने की कवायद में जुटा है, लेकिन मार्ग प्रकाश के लिए जिम्मेदारों के कानों में जूं भी नहीं रेंग रही है। नौबस्ता-सागर मार्ग पर सर्वाधिक हादसों वाले स्थान पर 116 स्ट्रीट लाइटों के पोल पर लगी एलईडी लाइटें बंद हैं। मार्ग प्रकाश की समुचित व्यवस्था न होने से यहां हादसे होने की संभावनाएं अधिक रहती है। नौबस्ता-सागर मार्ग हाईवे पर नौबस्ता चौराहे से सेन पश्चिम पारा पुलिस सहायता केंद्र के बीच सर्वाधिक हादसों वाला स्थान है।
हमीरपुर रोड पर पुलिस सहायता केंद्र से नौबस्ता चौराहे के बीच डिवाइडर बनाकर यहां जाली लगाई गई थी। इसी डिवाइडर पर कुल 139 स्ट्रीट लाइटों के पोल लगाए गए थे, जिसमें एक पोल पर दो एलईडी लाइटें लगाई गई थीं। शुरूआत में हमीरपुर रोड दूधिया रोशनी से रोशन दिखता था। इधर, काफी समय से यहां सिर्फ कुछ हिस्से में ही रोशनी नजर आती है। जबकि पूरी सड़क पर अंधेरा ही नजर आता है। दैनिक जागरण की टीम ने रविवार को पड़ताल की तो सामने आया कि यहां लगे 139 स्ट्रीट लाइटों के पोल में पुलिस सहायता बूथ से गल्लामंडी के बीच 32, गल्लामंडी से एसजे पुलिया के बीच 15, नौबस्ता बंबा से बसंत विहार चौकी के बीच 36, चौकी से मछरिया तिराहे के बीच 10, वहां से दासू कुआं के बीच दो समेत कुल 116 स्ट्रीट लाइटों के पोल पर लाइटें बंद हैं। वहीं 13 पोल पर एक-एक ओर की लाइटें जलती हैं। नौबस्ता चौराहे से बसंत विहार मोड़ के बीच सिर्फ दस पोल पर पूरी लाइटें जलती मिली हैं। अब तक जिम्मेदारों ने बंद पड़ी लाइटों की मरम्मत कराने की जहमत नहीं उठाई।
इनका ये है कहना
स्ट्रीट लाइटें अगर नहीं जल रही हैं तो संबंधित विभाग को पत्राचार करके स्थिति से अवगत कराया जाएगा। इसके बाद जल्द ही समस्या दूर होगी।
बसंत लाल, एसपी ट्रैफिक