कानपुर में बांड बाबू पांच फीसद कमीशन लेकर अपने चहेते ठेकेदारों को देता है टेंडर
चहेते ठेकेदार को टेंडर हो जाता था। विभागीय जानकारी के अनुसार स्वदेश पाल कई वर्षों से सरकार के राजस्व को चुना लगा रहा है। कई बार लोगों ने अधिशासी अभियंता सीपी गुप्ता से इसकी शिकायत की तो वह भी इसे नकार देते हैं।
कानपुर, जेएनएन। मैकरार्बटगंज स्थित पीडब्ल्यूडी निर्माण भवन खंड में कार्यरत बांड बाबू पर टेंडरों को मैनेज कराने का आरोप लगा है। यह शिकायत पीडब्ल्यूडी कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष बालेंद्र सिंह ने मुख्य अभियंता से की थी। इसके बाद जांच कमेटी गठित की गई थी। बालेंद्र सिंह ने शिकायत की थी कि बांड बाबू स्वदेश पाल गुप्ता ठेकेदारों से पांच फीसद कमीशन लेकर दूसरे ठेकेदारों की फर्मों को तकनीकी खामियां दिखाकर आवेदन निरस्त कर देता था। इसके बाद चहेते ठेकेदार को टेंडर हो जाता था। विभागीय जानकारी के अनुसार स्वदेश पाल कई वर्षों से सरकार के राजस्व को चुना लगा रहा है। कई बार लोगों ने अधिशासी अभियंता सीपी गुप्ता से इसकी शिकायत की तो वह भी इसे नकार देते हैं। स्वदेश पाल इसका भरपूर फायदा उठाता और मनमाने तरीके से ठेकेदारों को मैनेज कर टेंडर कराने में सहयोग करता है।
कमीशन के लिए हो चुकी हे बहस
अधिशासी अभियंता का खास होने के चलते स्वदेश पाल अवर अभियंता और सहायक अभियंता का कमीशन पर रख लेता है। इस बात को लेकर कई बार बहस भी हुआ है, लेकिन अधिशासी अभियंता का खास होने के चलते कोई उससे ज्यादा नहीं बोलता।
जांच अधिकारी भी स्वदेश पाल के पक्ष में
पीडब्ल्यूडी की एक एसोसिएशन में पदाधिकारी होने चलते कमेटी के अध्यक्ष जय सिंह मौर्य, सदस्य मुकेश शर्मा व मिथलेश वर्मा उसके पक्ष में रिपोर्ट लगाने को मजबूर हो गए हैं, क्योंकि अधिकारियों पर एसोसिएशन का दबाव है।